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संसाधनों की कमी से जूझ रहा जिला कारागार

By Edited By: Published: Tue, 02 Sep 2014 07:35 PM (IST)Updated: Tue, 02 Sep 2014 07:35 PM (IST)

रायबरेली, जागरण संवाददाता : 12 मार्च, 17 मई और 20 अगस्त 2014 को कुछ ऐसी घटनाएं घटीं जिन्होंने जेल की सुरक्षा व्यवस्था को कठघरे में ला कर खड़ा दिया। इसके बाद भी जेल में निरुद्ध बंदियों के सापेक्ष ना तो स्टाफ मुहैया कराया गया और ना ही संसाधन। संसाधनों की कमी को दूर करने के लिए शासन स्तर पर सिर्फ कागजी कोरम की शुरुआत की जाती है, व्यवस्थाएं धरातल पर नहीं उतर पाती है। इन अव्यवस्थाओं को दरकिनार करते हुए जेल का स्टाफ एक नए सवेरे की तलाश में जुट जाता है।

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जिला कारागार रायबरेली। यहां बंद हैं रायबरेली, उन्नाव, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, फतेहपुर, प्रतापगढ़ और लखनऊ के शातिर अपराधी। जो जब चाहे जैसे चाहे अपने साथियों से मोबाइल के जरिए 'आन लाइन' रहते हैं। जब भी जेल स्टाफ की ओर से बंदियों पर सख्ती बरतने का प्रयास किया गया, तब-तब अपराधियों ने खुली चुनौती देते हुए स्टाफ को ललकारा है। चाहे बंदी रक्षक हरीश की पिटाई करके हो, या फिर डिप्टी जेलर शैलेंद्र कुमार के घर में सुतली बम और जिला जेल के मुख्य गेट पर फायरिंग कर।

आलम यह है कि स्टाफ की कमी का रोना कई बार विभागीय अधिकारियों से रोया जा चुका है, लेकिन अव्यवस्थाओं को दूर करने के लिए कोई कदम नहीं बढ़ाए गए। दूसरी ओर से बंदियों के आन लाइन नेटवर्क को तोड़ने के लिए ब्रह्मास्त्र के रूप में ना तो सीसी टीवी कैमरे लगाए है और ना ही जैमर। वर्तमान समय से अपराधी अत्याधुनिक हथियारों से लैंस हो कर चल रहे है, लेकिन जेल कर्मी सिर्फ रायफल से सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुटे है। सूत्रों की मानें तो इन समस्याओं के चलते कई बंदी रक्षक अपना ट्रांसफर करा चुके है।

जिला कारागार में इन दिनों 977 बंदी और 165 कैदी है। जबकि जेल की क्षमता 680 बंदियों को रखने की है। ऐसे में जेल के अंदर क्षमता के सापेक्ष दोगुना लोग विभिन्न मामलों में बंद है।

जेल अधीक्षिका अमिता दुबे का कहना है कि स्टाफ और संसाधन मुहैया कराए जाने के लिए कई बार पत्राचार के माध्यम से विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया गया है। जेल में सबसे अधिक जैमर, सीसी टीवी कैमरे, वीडियो क्रांफेंसिंग व्यवस्था और बंदी रक्षकों के लिए हेलमेट जरूरी है। साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर स्टाफ की मांग भी गई है।

इनसेट

एक नजर स्टाफ पर

पद स्वीकृत कार्यरत रिक्त

रिजर्व हेड वार्डर 02 02 00

रिजर्व वार्डर 06 07 01

हेड वार्डर 08 06 02

वार्डर 52 40 12

महिला हेड वार्डर 02 03 01

महिला वार्डर 05 01 04

डिप्टी जेलर 05 05 03

डाक्टर 02 01 01

नोट : वार्डर का मतलब बंदी रक्षक से है।


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