बिजली कटौती बनी बवालेजान
रायबरेली, जागरण संवाददाता : बरसात होने से बिजली की मांग प्रदेश में घट गई है। इसके बावजूद जिले में आपात कटौती का सिलसिला बदस्तूर जारी है। मंगलवार को आधी रात दो घंटे की बिजली कटौती की गई। बिजली जाते ही सो रहे लोग गर्मी और मच्छरों के हमले से जाग गए। दो घंटे से ज्यादा समय तक लोगों की नींद खराब हुई।
मंगलवार को शहर के लोग आधी रात को साढ़े बारह बजे जब गहरी नींद में सो रहे थे, तभी जिले में दो घंटे की आपात कटौती शुरू कर दी गई। लंबे इंतजार के बाद 2.20 बजे आपूर्ति शुरू हुई। इस दौरान लोगों की नींद खराब हुई। निराला नगर, सत्य नगर, इंदिरा नगर, राना नगर और सहित सभी मोहल्लों में इसके अलावा भी लोकल फाल्ट के नाम पर बिजली काटी गई। दिन में सुबह 10 बजे से 12 बजे स्थाई रोस्टिंग की जा रही है। कुल मिला कर घोषित दो और अघोषित चार घंटे की बिजली कटौती की जा रही है।
मानसून सक्रिय हो जाने के बाद प्रदेश में बिजली की मांग में कमी आई है। इसके बावजूद जिले की बिजली कटौती जारी है। पिछले सप्ताह 16 जुलाई को मध्यांचल के एमडी एपी मिश्र जिले आए थे। उनसे जिले की बिजली कटौती के बारे में पूछा गया था। तब उनका जवाब मिला था कि रायबरेली की ज्यादा कटौती नहीं की जा रही है लेकिन व्यवहारिक रूप से देख जाए तो जिले में आपात कटौती कुछ ज्यादा की जा रही है।