वोटर फ्रेंडली स्कीम से महकेगा लोकतंत्र
विमल पाण्डेय, रायबरेली
21वीं सदी के भारत में लोकतंत्र की समुन्नति के लिए निर्वाचन आयोग ने चुनाव को एक उत्सव के रूप में लिया है। उत्सव भी ऐसा जिसमें वोटरों की भागीदारी सबसे ज्यादा हो। इसके लिए उसका सारा प्रयोग वोटर फ्रेंडली बनाने का है। इसमें मतदाताओं को तमाम सहूलियत मिल गई हैं। अब आपके मोबाइल पर निर्वाचन कार्यालय की ओर से आने वाले मैसेज को भी वोटर स्लिप माना जाएगा। यानि वोटर पर्ची नहीं है, तो भी मतदान करने जाइए। बूथ पर मोबाइल मैसेज दिखाकर वोट दिया जा सकेगा। यह मान्यता चुनाव आयोग ने दी है।
देश का चुनाव आयोग व्यवस्थाओं को लेकर हाईटेक हो चला है। देश के मतदाताओं को एक के बाद एक सहूलियत देने के पीछे भी बस एक ही ध्येय और उद्देश्य है कि अधिक से अधिक मतदान हो और मतदाताओं की हर आने वाली समस्याओं का निस्तारण किया जाए। मोबाइल मैसेज को भी अब वोटर स्लिप की मान्यता आयोग द्वारा दी गई है। जिस प्रकार हवाई यात्रा और ट्रेन के रिजर्वेशन या ई रिजर्वेशन टिकट की प्रति न होने पर मोबाइल मैसेज की सूचना को मान्यता दी जाती है, उसी तरह अब मतदाताओं को भी मोबाइल मैसेज के आधार पर वोट डालने में छूट दी गई है।
कैसे मिलेगा वोटर स्लिप का मैसेज
यदि आपके पास बीएलओ या स्थानीय निर्वाचन टीम द्वारा वोट डालने के लिए वोटर स्लिप नहीं भेजी गई तो आप परेशान न हों। अपना मोबाइल नंबर उठाएं और मैसेज में जाकर यूपीईपीआईसी से साथ अपने पहचान पत्र का इपिक नंबर लिखकर आयोग के हेल्पलाइन नंबर 9212357123 पर भेज दें। इसके बाद आयोग आपके ही नंबर पर जो मैसेज भेजेगा वही वोटर स्लिप होगी। इसमें आप का नाम, पिता का नाम, मतदाता सूची नंबर, मतदान केंद्र और जिले का उल्लेख रहेगा। इस आधार पर आप आसानी से अपना मत डाल सकेंगे। आयोग की मंशा भी है कि कोई मतदाता तनावपूर्ण न हो, उसकी वोट डालने संबंधी समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया जाए, ताकि आप अपने मत का प्रयोग खुले मन से कर सकें।
युवाओं ने योजना को सराहा
मोबाइल मैसेज को भी वोटर स्लिप के रूप में मान्यता देने के आयोग के प्रयास पर सबसे ज्यादा खुश युवा वर्ग ही है। युवा मतदाता शिवदत्त बाजपेई कहते हैं कि यह अच्छा है। अब वोटर स्लिप पाने के लिए चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। लालजी तिवारी ने कहा कि आयोग के इस प्रयास का सबसे अधिक लाभ युवा ही उठाएंगे। गोपी, राजेश कु मार आदि का भी मानना है कि अधिक से अधिक मतदान के लिए आयोग ने अच्छा प्रयोग किया है।
इनकी सुनें
आयोग की इस गाइड लाइन के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, फिर भी चुनाव आयोग की यह स्कीम प्रभावी कराई जाएगी। इसका बेहतर प्रचार-प्रसार होगा तो ऐसे लोग जो वोटर स्लिप नहीं पाए होंगें, वह इस योजना से आसानी से वोटर स्लिप पा सकेंगे और मतदान का हिस्सा बनेंगे।
शीतला प्रसाद, उपजिला निर्वाचन अधिकारी, रायबरेली।