फसल ही नहीं जान के भी बने दुश्मन
प्रतापगढ़ : खेती-किसान के लिए मुसीबत बने नीलगाय व जंगली सुअर लोगों की जान के भी दुश्मन बन गए हैं। वह
प्रतापगढ़ : खेती-किसान के लिए मुसीबत बने नीलगाय व जंगली सुअर लोगों की जान के भी दुश्मन बन गए हैं। वह खेतों में मनमानी करते हैं और किसान अगर उनको भगाता है तो वह ¨हसक हो जाते हैं। इस तरह के कई मामले सामने आते रहे हैं। कुछ लोग तो काल के गाल तक में समा चुके हैं। कुछ को ¨जदगी भर का दर्द इनसे मिला है।
आसपुर देवसरा के चौदह साल के प्रीतम की दर्दनाक मौत अभी मंगलवार को नील गाय के हमले से हो गई थी। इसी तरह जिले के अंतू थाना क्षेत्र के नेवादा गांव के निवासी आर्मी के रिटायर जवान अर¨वद ¨सह को आठ महीने पहले गांव के बगल बह रही सई नदी के पास जंगली सुअर ने काट लिया था । वह खेतों की ओर जा रहे थे, तभी उसने हमला कर दिया। उस समय उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब तक वह सहमे हैं। क्षेत्र के दर्जनों गांवों मसलन इसीपुर ,नेवादा, पूरे भैया, मझिलहा, ढेकाही आदि गांव में इन दोनों का आतंक बना रहता है।
पट्टी तहसील क्षेत्र में भी खेतों में खड़ी फसल नष्ट करने के साथ यह जानवर इंसानों की जान के दुश्मन बने हैं। जंगली सअर द्वारा लोगों पर हमले करके घायल करने की खबरें अक्सर अखबार की सुर्खियों में रहती हैं। साथ ही नीलगायों द्वारा सड़क पार करते समय बाइक चलाने वाले अक्सर दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। भारतीय स्टेट बैंक पट्टी में कार्यरत वरिष्ठ सहायक अमरदीप व उनके साथी मनीष कुमार पिछले वर्ष जनवरी माह में नीलगाय से टकराकर उस समय घायल हो गए थे जब वह सुबह की इंटरसिटी पकड़ने प्रतापगढ़ शहर जा रहे थे। घटना कधई थाना क्षेत्र के खीरीवीर पुल के पास हुई थी। इसमें दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसमें मनीष कुमार तो कुछ दिन बाद काम पर लौट आए थे, लेकिन अमरदीप को अधिक चोटें आई थी। ऐसे में वह लगभग एक वर्ष तक अस्पताल में रहे। तब जाकर उनकी जान बच सकी।
इसी तरह पट्टी कोतवाली क्षेत्र के नदी हटवा गांव निवासी सभाजीत यादव मंगलवार की शाम करीब 6:00 बजे बाइक से करैला बाजार जा रहे थे। इसी बीच अचानक जंगली सुअर के सामने आ जाने से बाइक टकरा गई और सभाजीत गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने करैला बाजार के एक न¨सर्ग होम में प्राथमिक उपचार कराया था।
सलाहपुर गांव निवासी जवाहर लाल वर्मा पुत्र माता शरण वर्मा पर 10 जुलाई 2016 में जंगली सुअर ने खेत में रोपाई के लिए धान की बेहन उखाड़ने के दौरान पीछे से आए सुअर ने हमला कर दिया। उन्हें गंभीर चोटें आई। प्राथमिक उपचार के लिए उन्हें नजदीकी बंधवा बाजार अस्पताल में लाया गया। डाक्टरों ने हालत गंभीर देख उन्हें इलाहाबाद रेफर कर दिया। इसके चलते एक महीना तक उनका इलाहाबाद में उपचार चला था। समाज कल्याण विभाग के बड़े बाबू कार्यरत विकास भवन से अपने घर जा रहे थे। रास्ते में नीलगाय से बाइक भिड़ गई और इनका हाथ पैर टूट गया था। यह घटना छह माह पहले की है।