इंटरसिटी निरस्त होने से कानपुर का सफर हुआ मुश्किल
प्रतापगढ़ : चार दिन से इंटरसिटी एक्सप्रेस निरस्त होने से कानपुर का सफर मुश्किल हो गया है। ट्रेन के न
प्रतापगढ़ : चार दिन से इंटरसिटी एक्सप्रेस निरस्त होने से कानपुर का सफर मुश्किल हो गया है। ट्रेन के निरस्त होने से लोग बस से सफर करने के लिए मजबूर हैं। इससे यात्रियों का समय के साथ पैसा भी अधिक खर्च हो रहा है। उधर, सोमवार को साढ़े सात घंटे देरी से पंजाब मेल के आने से यात्री परेशान रहे।
कानपुर के पास 12 जनवरी को मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरने के कारण लखनऊ-कानपुर रूट बाधित चल रहा है। इस वजह से 12 जनवरी को भोर में यहां से गई इंटरसिटी एक्सप्रेस उस दिन रात को नहीं आ सकी थी। उसी दिन से यह ट्रेन निरस्त चल रही है। यह ट्रेन 18 जनवरी तक कानपुर के लिए निरस्त की गई है। 18 जनवरी को रात में इस ट्रेन के आने की संभावना है। इंटरसिटी एक्सप्रेस के निरस्त होने से लोगों के लिए कानपुर का सफर मुश्किल भरा हो गया है। लोगों को मजबूरी में रोडवेज बस से सफर करना पड़ा है, इससे समय के साथ पैसा भी अधिक खर्च हो रहा है। ट्रेन से कानपुर का किराया 90 रुपये और बस से 225 रुपये किराया है।
उधर, सोमवार को अधिकांश ट्रेनें समय की पटरी पा गई है। शाम सवा चार बजे वाराणसी से दिल्ली काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, शाम पौने पांच बजे लखनऊ से वाराणसी जाने वाली इंटरसिटी, पौने सात बजे बस्ती से इलाहाबाद जाने वाली बस्ती एक्सप्रेस निर्धारित समय पर यहां पहुंची। दोपहर पौने दो बजे अमृतसर से हावड़ा जाने वाली पंजाब मेल साढ़े सात घंटे देरी से आई। जम्मूतवी से राजेंद्रनगर जाने वाली पंजाब मेल सिर्फ 15 मिनट लेट रही।