नोट दोगुना करने वाले ठग गिरोह का भंडाफोड़
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : जिले की पुलिस ने नोट दोगुना करने के नाम पर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गि
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : जिले की पुलिस ने नोट दोगुना करने के नाम पर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गिरोह के सरगना समेत पांच लोग पकड़े गए हैं। सरगना मूल रूप से मऊ का निवासी है, वह प्रतापगढ़ जिला कारागार में बंदीरक्षक है। गिरोह में बिहार के भी बदमाश शामिल हैं।
पुलिस अधीक्षक एमपी वर्मा ने कोतवाली में शुक्रवार को पत्रकारों को गिरोह के बारे में जानकारी दी। बताया कि इलाहाबाद के मऊआइमा थाना क्षेत्र के गमरहटा गांव निवासी आकाश यादव और करनाईपुर बहरिया निवासी शिवपूजन किसी रिश्तेदार को लेने इलाहाबाद जंक्शन गए थे। वहां स्टेशन के बाहर एक चाय की दुकान पर उनकी ठगों से मुलाकात हो गई। ठगों ने उन्हें बताया कि वह रुपये दोगुना करते हैं। केमिकल के जरिए एक-एक हजार के नोट को दोगुना किया जाता है। बहकावे में आए आकाश और शिवपूजन ने आनन-फानन डेढ़ लाख रुपये इकट्ठा किए और वापस इलाहाबाद पहुंचकर ठगों से मुलाकात की। ठगों ने कहा कि नोट दोगुना कराने के लिए उन्हें प्रतापगढ़ तक चलना होगा। इसके बाद सभी प्रतापगढ़ के गोपालापुर में गौतम ढाबा के निकट स्थित शिव मंदिर के पास पहुंचे। ठग केमिकल निकालकर टार्च की रोशनी में नोट के साइज के पेपर लगाकर नकली नोट तैयार करने लगे। भरोसा दिलाया कि जल्द उनके नोट तैयार हो जाएंगे। घंटे भर इंतजार कराने के बाद आकाश व शिवपूजन को चाय पीकर आने के लिए कहा गया। जब वह चाय पीने जाने लगे तो पांचों ठग भी नोटों की गड्डी समेटकर गाड़ी से उतर गए। यह देख दोनो युवकों को शंका हुई। उन्होंने पूछा कि कहां जा रहे हैं। इस पर एक ने कहा कि वह सिपाही हैं। उनके सामने वह पैसे की बात करेगा तो जेल भेज देगा। तब कहासुनी होने लगी। आकाश व शिवपूजन को ठगों ने पीटना शुरू कर दिया। इसी दौरान पेट्रो¨लग कर रही कोतवाली की जीप से अस्पताल चौकी प्रभारी श्यामसुंदर श्रीवास्तव दो सिपाहियों के साथ वहां पहुंच गए। यहां पूछताछ पर मामले का खुलासा हुआ।
पकड़े गए लोगों में महेंद्र दास निवासी रानी छपरा मच्छरगावां हर¨सधी मोतिहारी बिहार, प्रह्लाद निवासी बुधनी बाजार जलालपुर खोडारे गोंडा व राजीव कुमार पड़री रानीपुर मऊ के साथ ही प्रतापगढ़ के शैलेंद्र तिवारी निवासी भवरामबोझी लालगंज तथा बृजेश कुमार शुक्ल निवासी शुकुलपुर दहिलामऊ कोतवाली नगर शामिल हैं। एसपी ने बताया कि पड़री रानीपुर मऊ निवासी राजीव कुमार दुबे जिला कारागार में बंदीरक्षक है। उसे उन्होंने गिरोह का सरगना बताया। सभी के पास से 30-30 हजार रुपये, एक हजार नोट के आकार के ढाई सौ सादे कागज, तीन शीशी केमिकल, पांच मोबाइल फोन व बोलेरो बरामद हुई।
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छह साल से चल रहा था कारोबार : पकडे़ गए ठगों ने कबूला कि वह छह सालों से यह काम कर रहे थे। शहर कोतवाल हरपाल ¨सह यादव ने बताया कि बंदीरक्षक अपने पद का दुरुपयोग कर ठगी को अंजाम दे रहा था।
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वर्ष 2004 से जेल में तैनात : जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पांडेय ने बताया कि राजीव बंदीरक्षक है। वह 2004 से प्रतापगढ़ जेल में तैनात है। इससे पूर्व इलाहाबाद व कौशाम्बी में भी रह चुका है। वह 26 अक्टूबर की सुबह अवकाश लेकर गया था।