चिलबिला रजबहा का पानी पहुंचा घरों तक
पट्टी, प्रतापगढ़ : गुरुवार को चिलबिला रजबहा में कसियाही गांव के पास कटान हो जाने के बाद नहर का पानी
पट्टी, प्रतापगढ़ : गुरुवार को चिलबिला रजबहा में कसियाही गांव के पास कटान हो जाने के बाद नहर का पानी घरों में भर गया। जिससे घर में रखा अनाज, भूसा, गृहस्थी के सामान पानी से भीग कर खराब हो गया। इससे ग्रामीणों को काफी नुकसान हुआ है। राजस्व कर्मियों की टीम शुक्रवार को गांव में पहुंची और पीड़ित ग्रामीणों से मिल कर हुए उनके नुकसान के संबंध में जानकारी जुटाई।
नहर की कटान से गांव वालों के घरों में भरे पानी से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए शुक्रवार को कसियाही गांव में राजस्व कर्मियों की टीम पहुंची। कानूनगो कुंवर ¨सह, लेखपाल रामनाथ सरोज गांव के पारस नाथ यादव प्रतिनिधि सदर विधायक व बृंदा ¨सह के साथ घर-घर जाकर गांव वालों के नुकसान का आकलन किया। अवर अभियंता कैलाश नाथ कसियाही पहुंचकर नहर में हुए कटान स्थल का निरीक्षण किया। उसे बंद करने के लिए संबंधित कर्मचारियों को निर्देशित किया। देर शाम तक नहर के पानी को बंद करने का प्रयास किया जा रहा था।
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नहर कटान से विभाग की लापरवाही हुई उजागर
पट्टी, प्रतापगढ़ : नहर कटान से प्रभावित कसियाही गांव के भुक्त भोगियों ने बताया कि कटान स्थल के सौ मीटर के दायरे में नहर की पटरी में गहरे कटाव व गड्डे हो गए है। जिससे नहर की पटरी जर्जर हो गई है। उस पर किसी वाहन तो क्या पैदल चलना मुश्किल है। उसी दायरे में नहर एक माह पहले भी कट चुकी है। पिछले वर्ष उसी एरिया में कटाव से किसानों की फसलों का नुकसान हुआ था।
कसियाही गांव वालों ने बताया कि नहर में पहले जब पानी छोड़ा जाता था। तब विभाग से दो तीन मजदूर फावड़ा लेकर अपने निर्धारित किलोमीटर की दूरी तक नहर की पटरी की देख भाल करते रहते थे, लेकिन अब इस संबंध में लापरवाही बरती जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि नहर की पटरी को ठीक तरह से जब तक बनवा नहीं दिया जाता, तब तक इस समस्या का समाधान संभव नहीं है। बार-बार नहर कटने से ग्रामीणों को आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है।