नहीं पहुंची पाठ्यपुस्तकें आ गई जुलाई
प्रतापगढ़ : परिषदीय स्कूलों में भी नवीन शैक्षिक सत्र अप्रैल माह से ही शुरू कर दिया गया, लेकिन अभी तक
प्रतापगढ़ : परिषदीय स्कूलों में भी नवीन शैक्षिक सत्र अप्रैल माह से ही शुरू कर दिया गया, लेकिन अभी तक पाठ्यपुस्तकें नहीं पहुंची। पुरानी किताबों से ही पढ़ाई कराना शिक्षकों की मजबूरी बन गई है। गर्मी की छुट्टियों के बाद शनिवार दो जुलाई से परिषदीय स्कूल खुल रहे हैं।
बताते चलें कि जिले में कुल 2020 परिषदीय प्राथमिक एवं 727 पूर्वमाध्यमिक विद्यालय हैं। इन स्कूलों में अप्रैल माह से ही नवीन शैक्षिक सत्र की शुरआत कर दी गई। 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक स्कूल चलो अभियान के तहत जागरूकता रैली निकालकर बच्चों का नामांकन कराया गया। अब शासन ने 15 जुलाई तक एक बार पुन: स्कूल चलो अभियान के अंतर्गत नामांकन पखवारा चलाने का निर्देश दिया है। पूरा अप्रैल माह बीत गया। जुलाई माह की पहली तारीख आ गई, लेकिन अभी तक बच्चों को पढ़ाई जाने वाली नवीन पाठ्य पुस्तकों का अता-पता नहीं है। सूत्रों की मानें तो यह कोई अकेले प्रतापगढ़ जनपद की बात नहीं है। सूबे के किसी जनपद में परिषदीय स्कूलों में पठन पाठन के लिए पाठ्य पुस्तकों को नहीं भेजा गया। सीधी सी बात है कि जब पाठ्य पुस्तकें ही नहीं पहुंचीं तो पढ़ाई कैसे हो सकती है। दूसरी तरफ प्राइवेट एवं नर्सरी स्कूलों में नवीन सत्र एक अप्रैल से प्रारंभ हुआ। सभी बच्चों के पास नई किताबें उपलब्ध हो गई हैं। इससे पठन पाठन का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। एक जुलाई को अलविदा की नमाज के कारण अवकाश रहा। दो जुलाई से परिषदीय स्कूल अवकाश के बाद खुल रहे हैं। पाठ्य पुस्तकों की उपलब्धता के बारे में बीएसए अजय कुमार ¨सह ने बताया कि अभी तक पाठ्य पुस्तकें नहीं आ पाई हैं। मिलने पर इनका वितरण कराया जाएगा।