श्री ऋषभदेव का मनाया गया निर्वाणोत्सव
प्रतापगढ़ : श्री दिगंबर जैन मंदिर कटरा मेदिनीगंज में जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर 1008 भगवान ऋषभदेव का
प्रतापगढ़ : श्री दिगंबर जैन मंदिर कटरा मेदिनीगंज में जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर 1008 भगवान ऋषभदेव का निर्वाणोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर भक्तों ने भगवान को नैवेद्य समर्पित किया।
निर्वाणोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान के वंदनवार से हुआ। इसके बाद भगवान ऋषणदेव का पंचामृत अभिषेक मंगलमत्रों एवं वाद्ययंत्रों के बीच संपन्न हुआ। इस अवसर पर विश्वशांति की कामना के साथ भगवान के चरणों पर शांतिधारा अभिषेक किया गया। अभिषेक के बाद भगवान का निर्वाण पूजन विधि विधान से शुरू हुआ। इसमें भक्तों ने अपने-अपने घरों से लाए हुए निर्वाण लड्डू को भगवान के चरणों में चढ़ाया।
इस अवसर पर जैन समाज के अध्यक्ष अभय कुमार जैन ने भगवान की शिक्षाओं को अपने अंतर्मन में उतारने की प्रेरणा दी। जैन समाज के महामंत्री मेवालाल जैन ने बताया कि अब से हजारों वर्ष पूर्व माघ कृष्णा चतुर्दशी पर आज ही के दिन भगवान ऋषभदेव ने अपनी तपस्या और साधना के बल पर इस नश्वर शरीर को त्याग कर मोक्ष प्राप्त किया था। इसीलिए आज ही की तिथि पर हर साल उनका निर्वाणोत्सव जैन समाज मनाता चला आ रहा है।
श्री वर्धमान सेवा समिति के अध्यक्ष ध्रुव कुमार जैन ने बताया कि जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर और संस्थापक भगवान ऋषभदेव है, लेकिन जैनेतर समाज में जैन धर्म की प्राचीनता को मात्र 2600 वर्ष ही आका जा रहा है जो गलत है। इस मौके पर नन्हेलाल जैन, सुनील जैन, वीर कुमार जैन, जगदीश जैन, अरिहंतलाल जैन, विवेक जैन, भगौती प्रसाद जैन, संदीप जैन, आकाश जैन, माता प्रसाद जैन, अजीत जैन, सन्नी जैन, राजीव जैन आदि मौजूद रहे।