रोडवेज कर्मियों पर हमला, पांच घंटे नहीं चली बसें
प्रतापगढ़ : बुधवार की रात घर जा रहे रोडवेज कर्मियों पर संविदा कर्मियों ने हमला कर दिया। इसके विरोध म
प्रतापगढ़ : बुधवार की रात घर जा रहे रोडवेज कर्मियों पर संविदा कर्मियों ने हमला कर दिया। इसके विरोध में रोडवेज कर्मी गुरुवार को सुबह हड़ताल पर चले गए और बसों का संचालन समेत सारा कामकाज ठप कर दिया। मामले की जानकारी होने पर एसडीएम, सीओ सिटी, आरएम पहुंचे और हमलावरों की गिरफ्तारी, आरोपी संविदा कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर पांच घंटे बाद बसों का संचालन शुरू हो सका।
प्रतापगढ़ डिपो में सहायक कैशियर सुरेशचंद्र पांडेय निवासी डाहीपट्टी साथी लिपिक ज्वाला प्रसाद मिश्र निवासी साल्हीपुर के साथ बाइक से बुधवार को देर रात घर जा रहे थे। आरोप है कि रास्ते में बराछा मोड़ के पास पीछे से चार बाइक से आए संविदा चालक मुकेश ¨सह, अजय ¨सह, बृजेश ¨सह व परिचालक बृजेंद्र प्रताप ¨सह समेत सात लोगों ने ओवरटेक करके उन्हें रोक लिया। सुरेश, ज्वाला को लोहे की चेन, बेल्ट, डंडे से बेरहमी से मारा पीटा और दोनों को बाइक समेत सरपत में फेंक दिया। आरोप है कि जन्माष्टमी के लिए जुटाए गए चंदे का 14 हजार रुपये, सोने की चेन, अंगूठी लूट लिया। शोर मचाने पर राहगीरों ने पुलिस को सूचना दिया। चिलबिला चौकी के सिपाही मौके पर पहुंचे और सुरेश, ज्वाला का जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया। रात में ही कर्मचारी कोतवाली पहुंचे और तहरीर दिया। इस मामले में पुलिस ने हमलावरों के लूट, मारपीट का मुकदमा दर्ज कर लिया।
घटना के विरोध में गुरूवार को भोर से ही कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। समर्थन में उतरे चालकों, परिचालकों ने सुबह से बसें नहीं चलाई। एकजुट होकर कर्मचारियों ने डिपो परिसर में प्रदर्शन किया। कर्मचारी आरोपी संविदा चालकों, परिचालक की गिरफ्तारी और उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे थे। जानकारी होने पर प्रभारी कोतवाल बालकृष्ण शुक्ला, सीओ सिटी मनीष मिश्र, एसडीएम सदर जेपी मिश्र डिपो परिसर पहुंचे। कर्मचारी हमलावरों की गिरफ्तारी के बिना हड़ताल समाप्त करने को तैयार नहीं थे। लगभग दस बजे आरएम सुमन यादव यहां पहुंचे और कर्मचारियों को आरोपी संविदा कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। एसडीएम, सीओ ने आरोपियों की गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया। इस तरह लगभग पांच घंटे बाद रोडवेज बसों का संचालन शुरू हो सका।
रोडवेज कर्मियों की हड़ताल से मुसाफिर घंटों परेशान रहे। सुबह से ही रोडवेज की एक भी बसें नहीं चली। जबकि इलाहाबाद, सुल्तानपुर, रायबरेली, लखनऊ, कानपुर समेत अन्य जगहों के लिए जाने वाले यात्री सुबह से ही रोडवेज डिपो पहुंचने लगे थे। मुसाफिर काफी देर तक इस बात के इंतजार में रुके रहें कि किसी भी समय बसों का संचालन शुरू हो सकता है। लेकिन पांच घंटे तक बसों का संचालन बंद होने से राहगीर हलाकान हो गए।