वरासत न दर्ज करने पर लेखपाल निलंबित
प्रतापगढ़ : महीनों बीत जाने के बाद भी वरासत न दर्ज करने पर एक लेखपाल को निलंबित कर दिया गया। यह कार
प्रतापगढ़ : महीनों बीत जाने के बाद भी वरासत न दर्ज करने पर एक लेखपाल को निलंबित कर दिया गया। यह कार्रवाई डीएम ने मंगलवार को तहसील दिवस में की तो हड़कंप मच गया। यही नहीं मामले की जांच का जिम्मा क्षेत्रीय कानूनगो को दिया।
तहसील दिवस में डीएम अमृत त्रिपाठी, एसपी अखिलेश कुमार चौरसिया व नवागत मुख्य विकास अधिकारी महेंद्र कुमार ¨सह सुबह करीब 10.30 बजे पहुंचे। तब तक वहां फरियादियों की भीड़ लग चुकी थी। सराय इंद्रावत के मुहम्मद असलम ने वरासत दर्ज न होने की शिकायत की। बताया कि उनके पिता अब्दुल रहमान की मौत दो वर्ष पर्व हो चुकी है, लेकिन हल्का लेखपाल ने अभी तक वरासत नहीं दर्ज की। इसी प्रकार लोचनपुर बसातन का पुरवा डेरवा निवासी अनारा देवी पत्नी श्रीराम ने शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया कि उनके पति की मृत्यु करीब चार माह पूर्व हुई, अभी तक क्षेत्रीय लेखपाल ने वरासत नही दर्ज की। लेखपाल का रवैया देख डीएम का पारा चढ़ गया और उन्होंने संबंधित लेखपाल देवी शंकर को निलंबित करने का फरमान सुना दिया। यही नहीं क्षेत्रीय कानूनगो को वरासत दर्ज कराने का आदेश दिया।
इसी प्रकार पठान का पुरवा पूरे निजाम निवासी जलील अहमद ने शिकायती पत्र देकर बताया कि कुछ लोगों ने गांव के कब्रिस्तान पर जबरिया कब्जा कर छप्पर डाल दिया है। इस पर डीएम ने एसडीएम को मामले की जांच कर कब्रिस्तान की जमीन खाली कराने का बात कहीं। बाघराय निवासी कोर्रही पारस नाथ इंटर कालेज के शिक्षक ने कहा कि विद्यालय के पास एक भगवानदीन लघु माध्यमिक विद्यालय संचालित होता है, उसमें की कोई मान्यता नहीं है। इस पर डीएम ने बीएसए को जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया।
तहसील दिवस में कुल 307 शिकायती पत्र आए, जिसमें से 8 को मौके पर निस्तारित कर दिया गया। इस मौके पर सीएमओ विनोद कुमार पांडेय, डीएफओ वाईपी शुक्ला, डीएसओ देवेंद्र ¨सह, बीएसए एसटी हुसैन समेत एसडीएम एके श्रीवास्तव, सीओ कबींद्र नारायण मिश्र मौजूद रहे।