Move to Jagran APP

खड़े ट्रक से भिड़ी बोलेरो, राजस्थान के दंपती समेत पांच की मौत

प्रतापगढ़ : हथिगवां थाना क्षेत्र के पांडेय का पुरवा (जहानाबाद) गांव के पास सोमवार को भोर में खड़े ट्र

By Edited By: Published: Mon, 27 Jul 2015 11:10 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jul 2015 11:10 PM (IST)

प्रतापगढ़ : हथिगवां थाना क्षेत्र के पांडेय का पुरवा (जहानाबाद) गांव के पास सोमवार को भोर में खड़े ट्रक से बोलेरो भिड़ गई। इसमें राजस्थान के दंपती समेत पांच लोगों की मौके पर मौत हो गई। जबकि गंभीर रूप से घायल चालक समेत दो लोगों को इलाहाबाद रेफर कर दिया गया है।

loksabha election banner

राजस्थान के जयपुर जिले के तुंगा थाना क्षेत्र के राम ¨सह पुरा गांव निवासी चितरंजति शर्मा उर्फ छीतरपाल (50) पुत्र राममोहन उर्फ राजमइ परिवार के साथ अयोध्या में राम मंदिर, वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन करने के लिए निकले थे। वाराणसी से घर लौटते समय सोमवार को भोर में लगभग चार बजे हथिगवा क्षेत्र के पांडेय का पुरवा (जहानाबाद) के पास सड़क किनारे खड़े ट्रक से बोलरो टकरा गई। रफ्तार इतनी तेज थी कि बोलेरो के परखच्चे उड़ गए। माना जा रहा है कि चालक को झपकी आने के कारण बोलेरो ट्रक से टकरा गई।

दुर्घटनाग्रस्त बोलेरो के आगे एक बोलेरो और चल रही थी, जिसमें छीतरपाल का बेटा विष्णु समेत सात लोग थे। जब पीछे आ रही बोलेरो की हेडलाइट की रोशनी नहीं दिखाई दी तो कुछ देर इंतजार के बाद विष्णु आदि फिर पीछे लौट पड़े। पांडेय का पुरवा में दूसरी बोलेरो को दुर्घटनाग्रस्त देख विष्ण समेत सभी लोग बदहवास हो गए। ग्रामीणों की मदद से किसी तरह खून से लथपथ लोगों को बाहर निकाला गया। लेकिन तब तक बोलेरो पर सवार छितरपाल, उनकी पत्नी लाली देवी (45), बेटा दीन दयाल (30), साढ़ू रामचरन (40) पुत्र जगदीश निवासी रामपुर बस्सी, दामाद मोहन (40) पुत्र गयासीलाल निवासी नौरंगपुर की मौके पर मौत हो गई, जबकि चालक भारतलाल पुत्र सीताराम निवासी तुंगा, रिश्तेदार कालूराम निवासी टापरया (रामगढ़) गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलने पर हथिगवां एसओ अमित पांडेय फौरन घटनास्थल पर पहुंचे। फौरन घायल भारतलाल, कालूराम को सीएचसी कुंडा भेजा गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को इलाहाबाद रेफर कर दिया गया। कुछ देर बाद घटनास्थल पर सीओ कुंडा कवींद्र नारायण मिश्र भी घटनास्थल पर पहुंचे थे। सीओ ने बताया कि मृतक समेत सभी लोग सामान्य किसान परिवार के हैं। परिजनों के अनुसार दीनदयाल के ऊपर देवता आते हैं। उसी का पूजा पाठ कराने अयोध्या, काशी गए थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.