जेल में बंदियो पर पुलिस प्रशासन ने कसा शिकंजा
प्रतापगढ़ : कस्टोडियन विनोद ¨सह की हत्या के बाद लाखों की लूट की घटना में कोई सुराग न लगने पर पुलिस प
प्रतापगढ़ : कस्टोडियन विनोद ¨सह की हत्या के बाद लाखों की लूट की घटना में कोई सुराग न लगने पर पुलिस प्रशासन ने जेल में बंद बंदियों पर शिकंजा कस दिया है। बाहर से जाने वाले सामान पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। शनिवार को बंदी के दिन कोई जेल में मुलाकात नहीं कर सका। पुलिस प्रशासन की सख्ती से रसूखदार बंदियों में हड़कंप मचा है। हालांकि बंदीरक्षक धन उगाही करके चुपके से बंदियों को सामान पहुंचा रहे हैं।
पुलिस का यह मानना है कि लूट, हत्या जैसी घटना को अंजाम देने वाले के बारे में अमूमन जेल में बंद अपराधियों को जानकारी हो ही जाती है। कई घटनाओं में पुलिस को सुराग जेल में बंद अपराधियों से ही लगता है। पुलिस को यह उम्मीद थी कि 26 मई को रोडवेज डिपो परिसर में कस्टोडियन विनोद ¨सह की हत्या करके सवा आठ लाख रुपये लूट की घटना को अंजाम देने वाले के बारे में जेल से कुछ सुराग मिल जाएगा। पुलिस ने जेल में बंद शातिर अपराधियों से बदमाश के बारे में जानने का प्रयास किया, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ।
इसके बाद पुलिस ने बंदियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को मुलाकाती कोई भी सामान अंदर नहीं ले जा सके। अमूमन लाई चना, फल, कोल्ड ¨ड्रक समेत अन्य खाने पीने का सामान ले जाने से मुलाकातियों को नहीं रोका जाता था। जेल गेट पर तैनात पीएसी के जवानों के साथ हर व्यक्ति की तलाशी ली गई। शनिवार को बंदियों से मुलाकात नहीं कराई जाती। लेकिन रसूखदार बंदियों से मिलने वाले जेल में ले लिए जाते थे। लेकिन पुलिस की सख्ती के कारण कोई भी व्यक्ति जेल में प्रवेश नहीं कर सका। पुलिस की सख्ती से बंदियों में हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि पुलिस की सख्ती से बंदी रक्षकों की चांदी कट रही है। जरूरत के सामान के साथ मादक पदार्थ पहुंचाने के लिए बंदी रक्षक बंदियों से मुंह मांगी रकम वसूल रहे हैं।