राजा भैया के करीबी ठेकेदार के अपहरण में बसपा नेता गिरफ्तार
प्रतापगढ़ : कुंडा कोतवाली क्षेत्र के ताजपुर के पास शनिवार को दिनदहाड़े अगवा किए गए राजा भैया के करीबी
प्रतापगढ़ : कुंडा कोतवाली क्षेत्र के ताजपुर के पास शनिवार को दिनदहाड़े अगवा किए गए राजा भैया के करीबी ठेकेदार के मामले में पुलिस ने बसपा नेता को गिरफ्तार कर लिया है। ठेकेदार को मारपीट कर देवनगर चौराहे के पास फेंक दिया गया था। ठेकेदार के मिलने के बाद ही पुलिस बसपा नेता तक पहुंच सकी थी। हालांकि इस मामले में पहले अज्ञात अपहर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
कुंडा के जमेठी निवासी ठेकेदार देवेन्द्र प्रताप ¨सह पुत्र जय ¨सह कैबिनेट मंत्री राजा भैया के करीबी हैं। वह नीरज ¨सह पुत्र सुरेंद्र ¨सह निवासी डीहा के साथ शनिवार को किसी काम से जिला मुख्यालय गए थे। वहां से कार से अपरान्ह लगभग ढाई बजे कुंडा लौट रहे थे। नीरज के अनुसार कुंडा कोतवाली क्षेत्र के ताजपुर खेमीपुर के पास हाथ देकर कुछ लोगों ने रोक लिया। कार से उतर कर देवेंद्र उन लोगों से बात करते हुए उनकी कार तक पहुंच गए। इतने में उन लोगों ने असलहा सटाते हुए देवेंद्र को अपनी कार में बैठा लिया। नीरज ने विरोध का प्रयास किया तो कार की चाभी व उनका मोबाइल छीन कर झाड़ी में फेंक दिया। इसके बाद देवेंद्र को अगवा करके अपहर्ता भाग निकले। झाड़ी में चाभी ढूंढकर नीरज भाग कर कुंडा कोतवाली पहुंचे और घटना की जानकारी दी।
राजा भैया समर्थक ठेकेदार के अगवा किए जाने की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। ठेकेदार की बरामदगी के लिए कुंडा, संग्रामगढ़, नवाबगंज पुलिस को लगा दिया गया। तलाश करने के दौरान पुलिस को बाबागंज देव नगर नरई चौराहे के पास सड़क के किनारे ठेकेदार देवेंद्र बेहोशी की हालत में मिले। उन्हे फौरन कुंडा सीएचसी लाया गया। कुछ देर बाद होश आने पर देवेंद्र ने बसपा नेता व पूर्व ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख दिवाकर तिवारी उर्फ डब्लू पुत्र हरिशंकर तिवारी निवासी लखपेड़ा व उनके साथियों का नाम बताया। देर रात पुलिस ने लखपेड़ा में दबिश देकर दिवाकर को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के घर से एक लाइसेंसी बंदूक व एक मोबाइल बरामद किया। हालांकि नीरज ¨सह की तहरीर पर पहले कुंडा पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। देवेंद्र से पूछताछ के बाद दिवाकर का नाम प्रकाश में लाया। कोतवाल आरके चंदेल का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अन्य तीन आरोपियों की तलाश की जा रही है।
उधर, गिरफ्तार किए गए दिवाकर का कहना है कि उसे राजनैतिक द्वेष के तहत फंसाया जा रहा है। जिस समय अपहरण की घटना दिखाई गई है, उस समय वह घर थे। बसपा जिलाध्यक्ष लालचंद्र गौतम का कहना है कि बसपा कार्यकर्ता दिवाकर तिवारी पर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है। उन्हें फर्जी तरीके से सुनियोजित साजिश के तहत फंसाया गया है।
बताते हैं कि बसपा नेता दिवाकर तिवारी संग्रामगढ़ थाने के हिस्ट्रीशीटर हैं। उन पर हत्या समेत लगभग आधा दर्जन मुकदमे दर्ज है। यही नहीं हत्या के मामले में दिवाकर को उम्र कैद की सजा हुई है। इन दिनों वह जमानत पर छूटे थे। संग्रामगढ़ पुलिस ने वर्ष 2008 में दिवाकर तिवारी की हिस्ट्रीशीट खोली थी। उसके खिलाफ थाने में गुंडाएक्ट व दो 110 जी के मुकदमें दर्ज है। लालगंज कोतवाली में दिवाकर के खिलाफ हत्या व आर्म्स एक्ट के तहत दो मुकदमें दर्ज है। वर्ष 2004 में 15 अप्रैल को दिवाकर ने अन्नू उर्फ संतोष, श्रीराम के साथ मिलकर इंद्रनाथ दुबे को मार डाला था। इसमें कोर्ट से दिवाकर समेत तीनों आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है। दिवाकर को हाईकोर्ट से जमानत मिली है।