फिर डोली धरती, घबराहट में तीन की थमी सांसें
प्रतापगढ़ : जनपद में रविवार को फिर भूकंप का एक झटका महसूस किया गया। इसके चलते दो दर्जन घरों में दरार
प्रतापगढ़ : जनपद में रविवार को फिर भूकंप का एक झटका महसूस किया गया। इसके चलते दो दर्जन घरों में दरारें आ गईं। सई के गोपालपुर घाट के पक्के पुल के पास अप्रोच मार्ग धसक गया। यही नहीं झटके से घबराकर तीन बुजुर्गों ने दम तोड़ दिया।
दोपहर में करीब साढ़े बारह बजे लोग एकाएक घरों से निकलकर भागने लगे। वे शोर मचाने लगे कि भूकंप आया-भूकंप आया। देखते ही देखते पूरे जिले में यह डर फैल गया। शहर के लोग सड़कों पर आ गए। चौक, कचहरी रोड, बाबागंज, चिलबिला, मीरा भवन, सेनानी नगर, सिविल लाइन, दहिलामऊ सहित अन्य इलाके में लोग सड़क पर चले गए। तमाम लोग स्टेडियम और खुले स्थान में चले गए। अपने बाल बच्चों को लेकर वे परेशान नजर आए।
उधर आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के अमरगढ़ बाजार के रशीद अहमद (64) की भूकंप के दौरान दिल की धड़कन बढ़ गईं। परिजन उन्हें लेकर सीएचसी अमरगढ़ भागे। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना के बाद उपजिलाधिकारी रामशंकर मौके पर पहुंचे और घटना के संबंध में पूरी जानकारी मृतक के परिजनों से ली। दीवानगंज गांव के समसुद्दीन (52) की मौत भूकंप के समय भागने के दौरान हो गई। वह एक सप्ताह से बीमार चले रहे थे और वे घर में लेटे हुए थे। रविवार को दोपहर आए भूकंप के समय उनकी चारपाई हिलने लगी तो डरकर वे बाहर की ओर भागने लगे। इस दौरान दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। उनके निधन से परिजनों में कोहराम मच गया।
इसी प्रकार सांगीपुर कोतवाली क्षेत्र के कमयनपुर गांव निवासी व्यापारी मो. फारूक (45) अर्से से बीमार चल रहा था। बीते शनिवार को भूकंप आने के बाद से उसकी तबीयत और तेजी से खराब हो गई। इलाज के दौरान अमेठी में देर शाम अचानक हृदयगति रूक जाने से मौत हो गई।
शहर के कांशीराम कालोनी जीआइसी के लोग इस कदर डरे रहे कि कमरों में सोए ही नहीं। वे परिसर में आए व खुले आसमान के नीचे बिस्तर लगाकर रात गुजारी।