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अधिशासी अभियंता समेत आधा दर्जन से जवाब-तलब

प्रतापगढ़ : योजनाओं में निर्धारित किए गए मानकों के अनुसार विकास के कार्य जनपद नहीं हो रहे हैं। लोक न

By Edited By: Published: Fri, 30 Jan 2015 10:48 PM (IST)Updated: Fri, 30 Jan 2015 10:48 PM (IST)
अधिशासी अभियंता समेत आधा दर्जन से जवाब-तलब

प्रतापगढ़ : योजनाओं में निर्धारित किए गए मानकों के अनुसार विकास के कार्य जनपद नहीं हो रहे हैं। लोक निर्माण विभाग मानकों की अनदेखी में सबसे आगे है। ऐसा ही मामला जब कमिश्नर के सामने आया तो उन्होंने अधिशासी अभियंता से जवाब-तलब किया।

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कालाकांकर में शुक्रवार को जिले भर के विकास कार्यो की समीक्षा करने पहुंचे कमिश्नर इलाहाबाद मंडल वीके सिंह को कई विभागों में कमियां मिली। इस पर उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी। कहा कि अगर बार-बार कहने के बाद भी कार्यशैली में सुधार नहीं आया तो एक ही रास्ता बचेगा, वह होगा शासन को रिपोर्ट भेजना। इसके बाद कड़ी कार्रवाई की गाज गिरेगी। कमिश्नर ने कालाकांकर के क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान में बैठकर अधिकारियों की क्लास लगाई। बारी-बारी से कार्य की प्रगति जानी और हिदायत दी। कई सड़कों, इमारतों, स्कूलों का स्थलीय निरीक्षण भी उन्होंने किया और गुणवत्ता परखी। कमिश्नर के सख्त तेवर से अफसरों की घिग्घी बंधी रही।

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..पैसा पाते हो तो काम क्यों नहीं करते!

-अफसरों को दी मंडलायुक्त ने नसीहत

प्रतापगढ़ : विकास क्षेत्र कालाकांकर के क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान के सभागार में शुक्रवार को दिन में करीब एक बजे पहुंचे मंडलायुक्त बीके सिंह ने आते ही समीक्षा बैठक शुरू कर दी। उन्होंने राजकीय निर्माण निगम, स्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग, समेत विभागों के अधिकारियों का कार्य धीमा पाने पर स्पष्टीकरण मांगा।

मुख्य चिकित्साधिकारी को शहावपुर में हो निर्माण कार्य में प्रगति धीमी होने पर उनसे स्पष्टीकरण मांगा। करीब दो घंटे तक चली समीक्षा बैठक में मंडलायुक्त ने लोक निर्माण विभाग से भी चेतावनी देते हुए स्पष्टीकरण मांगा। यही नहीं लगभग सभी विभागों की कच्छप गति देख मंडलायुक्त का पारा गरम हो गया। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए यहां तक कह डाला कि आप सब काम करने का पैसा लेते हैं तो जनता के हित में होने वाले कार्यो में लापरवाही क्यों रहे हैं। कम से कम अपनी उम्र और पद तो ख्याल करो। बैठक में खण्ड विकास अधिकारी रमा शंकर सिंह, एडीएम पुनीत शुक्ला, रमाकांत तिवारी डीडीओ, पीके सिंह एसडीएम कुंडा, पन्नालाल जिला सांख्यिकी अधिकारी, डिप्टी सीएमओ मुनींद नारायण, ओपी मिश्रा विद्युत अधिशाषी अभियंता समेत अधिकारी मौजूद रहे।

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कुंडा-खनवारी मार्ग की परखी गुणवत्ता

प्रतापगढ़ : समीक्षा बैठक के दौरान मंडलायुक्त ने निर्माणाधीन कुंडा खनवारी मार्ग के कार्य की प्रगति के साथ-साथ गुणवत्ता का भी जायजा लिया। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के साथ ही कार्यदायी संस्था को भी सड़क में अनियमितता बरते पर जाने पर कार्रवाई किए जाने की बात कही।

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..जब अधिकारियों ने साधी चुप्पी

प्रतापगढ़ : समीक्षा बैठक में मंडलायुक्त का गुस्सा देख बैठक में शामिल विभाग के अधिकारियों के होश उड़े रहे। यही वजह रही कि बैठक के दौरान मंडलायुक्त ने लोक निर्माण विभाग की हीलाहवाली देते हुए पूछ बैठे कि अगर कोई सड़क विकास खण्ड के आसपास बन रही तो उसकी जायजा लिया जा सकता है, लेकिन मंडलायुक्त का गुस्सा देख लोक निर्माण विभाग के अधिकारी कुछ बोलने से कतरा गए और चुप्पी साध ली।

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जल निगम की भी ली खबर

प्रतापगढ़ : समीक्षा बैठक के दौरान जल निगम विभाग भी मंडलायुक्त के निशाने पर रहा। उन्होंने लोहिया समग्र गांव में जल निगम द्वारा पाइप लाइन, ट्यूबबेल के लिए आवंटित धन की बाबत जानकारी लेते हुए कार्य प्रगति के बारे में समीक्षा की। हालांकि संतोष जनक उत्तर न मिलने पर उन्होंने जल निगम के अधिशासी अभियंता को कड़ी फटकार लगाते हुए कार्य प्रगति की रफ्तार तेज करने की चेतावनी दी।

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पचास प्रतिशत कार्य पर स्पष्टीकरण

प्रतापगढ़ : समीक्षा बैठक में विभागवार कागजी समीक्षा करने के बाद मंडलायुक्त ने कड़े शब्दों में कहा कि जिन विभागों द्वारा कराए जा रहे कार्यो की प्रगति पचास प्रतिशत से कम है वह स्पष्टीकरण दे, आखिर किन कारणों से कराये जा रहे कार्यो की प्रगति धीमी है। मंडलायुक्त का आदेश सुनते ही कुछ विभाग के अधिकारियों को पसीना छूट गया। फिलहाल विभाग के अधिकारी अपने-अपने बचाव का रास्ता ढूंढ रहे है।

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स्टेटमेंट तैयार न होने पर बिफरे

प्रतापगढ़ : समीक्षा बैठक में मंडलायुक्त का पारा तब और गरम हो गया जब समीक्षा बैठक में ज्यादा विभाग द्वारा कराए गए कार्यो की कागजी खानापूर्ति नही हुई थी। ऐसे में मंडलायुक्त ने सम्बंधित विभाग के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कराए कार्यो का स्टेंटमेंट व बुकलेट तैयार कर जल्द से जल्द उसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराए। इसी क्रम में जिला सांख्यिकी अधिकारी को भी मंडलायुक्त ने प्रोफार्मा तैयार न करने पर कड़ी फटकार लगाई। गंगा पुल व कस्तूरबा गांधी के आवासी विद्यालयों के कार्य प्रगति के बाबत सम्बंधित विभाग के अधिकारियों से पूछताछ की। वही दूसरी तरफ जनपद में बन रहे करीब पांच दर्जन माडल विद्यालयों के कार्य प्रगति की जानकारी सम्बंधित विभाग के अधिकारियों से ली। राजकीय निर्माण निगम आवास विकास परिषद व पीसीएस कार्य प्रगति के बारे में सम्बंधित अधिकारी आरके वर्मा से जानकारी ली। तथा विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता से परियोजना मंजूरी के बारे में विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने कहा कि विद्यालयों के शौचालयों में सफाई की जाती है या नही इस बाबत भी सम्बंधित विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली।

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पौने छह करोड़ में खर्च किया महज 75 लाख

प्रतापगढ़ : मंडलायुक्त की समीक्षा बैठक में उस समय लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को झेप खानी पड़ी, जब मंडलायुक्त ने कहा कि जनपद के सड़कों की मरम्मत एवं नई सड़कों के निर्माणाधीन के लिए शासन से आए 5 करोड़ 72 लाख रुपये में विभाग द्वारा महज 75 लाख रुपया खर्च किया गया है ऐसे में विभाग के अधिकारी यह बताएं कि आखिर बचे हुए पैसे को क्यों नही कार्य मे लगाया गया। मंडलायुक्त के इस सवाल पर लोक निर्माण विभाग के अधिकारी चुप्पी साधना ही ज्यादा मुनासिब समझ रहे थे इस पर मंडलायुक्त ने चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे काम नहीं चलेगा, पैसा मिला है तो उससे जनपद का विकास होना चाहिए।

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क्या कर लेंगे कमिश्नर

-झल्लाकर बोले कोतवाल

प्रतापगढ़ : ..जब प्रशासनिक अधिकारियों के बारे में ही पुलिस विभाग के स्टेशन अफसर कुछ ऐसा कहना शुरू कर देंगे तो आम जनमानस पर इसका क्या असर पड़ेगा। कुछ ऐसा ही शुक्रवार को कुंडा कोतवाल आरके चंदेल ने मंडलायुक्त के बारे में मीडिया कर्मियों के सामने कह दिया। उन्होंने अपना लहजा बदल दिया।

हुआ यूं की शुक्रवार को समय करीब 11 बज रहे थे और नगर में हनुमान जी की शोभायात्रा निकलने वाली थी। कोतवाल कुंडा अपनी कुर्सी पर बैठकर दारोगाओं व सिपाहियों पर अपना गुस्सा निकाल रहे थे। इसी बीच कुछ मीडिया कर्मी पहुंचे और थोड़ी दूर चबूतरे पर बैठी दो महिलाओं के बाबत पूछने लगे। इस कोतवाल आरके चंदेल ने बताने से मना कर दिया। कहा कि सब कुछ मीडिया कर्मियों को बताना जरूरी नहीं है। इसके बाद मंडलायुक्त के एक सवाल पर कोतवाल ने कहा कि क्या कर लेंगे मंडलायुक्त।

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पुलिस ने पकड़ी संदिग्ध कार

प्रतापगढ़ : मंडलायुक्त की समीक्षा बैठक के बाद उनके रुकने की व्यवस्था कुंडा स्थित डाक बंगले में थी। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से कोतवाल आरके चंदेल पुलिस बल के साथ खड़े हुए थे। इसी बीच एक संदिग्ध कार दिखाई दी, जिसका नंबर महाराष्ट्र का था और उस पर दो युवक बैठे हुए थे कार पर एंटीकरप्शन एंड आपरेशन कमेटी आफ इंडिया का लोगों एवं झंडा लगा हुआ था। कार संदिग्ध देख पुलिस ने चालक समेत बैठे हुए लोगों को हिरासत में लिया। पुलिस पकड़े गए चालक मो. मोहत्सीन व मो. जैगम फारुकी निवासी दानियालपुर लाल गोपालगंज इलाहाबाद को हिरासत में लेकर कोतवाली चली गई। इस बाबत कोतवाल आरके चंदेल का कहना है कि पकड़े गए लोग संदिग्ध दिखाई दिए ऐसे में कार्रवाई की गई है।

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पब्लिक मोबैलिटी प्लान बनाने का निर्देश

प्रतापगढ़ : जिले की यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए पब्लिक मोबैलिटी प्लान बनाने के निर्देश कमिश्नर ने दिए हैं। कालाकांकर में कमिश्नर ने कहा कि एआरटीओ, रोडवेज के एआरएम और पुलिस विभाग के अधिकारी इस प्लान पर चिंतन करें। इसमें यातायात को पटरी पर लाने के लिए पब्लिक की राय ली जाएगी।

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दर्जनभर अधिकारियों पर लटकी तलवार

प्रतापगढ़ : शिवगढ़ व गौरा ब्लाक क्षेत्र के चयनित लोहिया समग्र गांवों में विकास के नाम पर खेल हुआ है। विकास के प्राथमिकता में शामिल लोहिया समग्र गांवों में अधूरे आवास, अपूर्ण शौचालय, सीसी मार्गो में गुणवत्ता की कमी सहित अन्य विकास कार्यो में अव्यवस्था झलक रही है। तभी तो मंडलायुक्त बीके सिंह व डीएम अमृत त्रिपाठी, सीडीओ मनीष वर्मा के निरीक्षण में खामियां मिलने पर दर्जनभर अधिकारियों, कर्मचारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के साथ कई लोगों के निलंबन व हटाने का आदेश जारी हुआ है। इससे हड़कंप मचा है। शिवगढ़ ब्लाक के समग्र गांव देवासा में 17 अक्टूबर को मंडलायुक्त इलाहाबाद बीके सिंह व जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने स्थलीय निरीक्षण कर गांव में चौपाल लगाई। यहां विकास कार्यो में ढिलाई पर कई अधिकारियों को फटकार लगाई थी और बिजली विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई को कहा था। एएनएम को निलंबित किया गया था। उसके बाद गौरा ब्लाक के बोर्रा समग्र गांव में सीडीओ मनीष वर्मा ने स्थलीय निरीक्षण किया और चौपाल लगाकर कार्यो का सत्यापन कराया। यहां भी शौचालय को पूर्ण करने व रास्ते के विवाद को लेकर कई लोगों को फटकार मिली थी। 3 जनवरी को शिवगढ़ ब्लाक के समग्र गांव कलीपुर मैनहा में डीएम ने स्थलीय निरीक्षण कर विकास कार्यो की हकीकत खंगाली तो अव्यवस्था की पोल खुल गई। यहां अपात्र को आवास मिलने पर डीएम ने फटकार लगाई तथा सड़क की गुणवत्ता की जांच के लिए सामग्री का नमूना कराया था। टीकाकरण में अनियमितता पर एक अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि दी थी। समीक्षा के दौरान खामियां मिलने पर बीडीओ, सीएमओ, डीपीओ सहित कई अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि देने को कहा था।


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