पालिसी का रिकार्ड न देने पर आत्मदाह का प्रयास
प्रतापगढ़ : 16 साल से बीमा कंपनी के दफ्तर का चक्कर लगाकर थक चुके ट्रक मालिक ने दफ्तर के सामने गुरुवार को आत्मदाह का प्रयास किया। जानकारी मिलने पर पहुंचे ट्रक आपरेटर्स यूनियन के अध्यक्ष ने दबाव बनाया तो मैनेजर ने मंगलवार को रिकार्ड देने का आश्वासन दिया।
इलाहाबाद जिले के नया बैरहना निवासी विजय कुमार यादव ने 1998 में ट्रक का बीमा न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी प्रतापगढ़ से कराया था। उसी साल ट्रक से एक्सीडेंट हो गया। मुकदमे के सुनवाई के दौरान बीमा पालिसी का रसीद मांग लिया गया। पालिसी कहीं गायब हो गई थी, विजय के पालिसी के लिए जमा किए गए पैसे की रसीद थी। रसीद लेकर विजय यहां बीमा कंपनी के दफ्तर पहुंचा तो आज कल देने की बात कह कर उसे टरकाया जाने लगा। कई साल तक चक्कर लगाने के बाद जब पालिसी का रिकार्ड नहीं दिया गया तो विजय ने जन सूचना अधिकार अधिनियम का सहारा लिया। सूचना में बीमा कंपनी ने पैसा जमा होने, पालिसी करने की बात को मान तो लिया, लेकिन पालिसी का रिकार्ड नहीं दिया। इसी दौरान विजय की पत्नी कैंसर से पीड़ित हो गई। इलाज के लिए उसने ट्रक तक बेच दिया, लेकिन बीमा कंपनी के अफसरों का दिल नहीं पसीजा। 16 साल से बीमा कंपनी के दफ्तर का चक्कर लगाते-लगाते विजय परेशान हो गया।
गुरुवार को विजय फिर जिला अस्पताल के पास स्थित न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी पहुंचा तो मैनेजर ने रिकार्ड देने से इंकार कर दिया। इससे आहत होकर विजय मिंट्टी का तेल लेकर नीचे पहुंचा और आत्मदाह करने का प्रयास करने लगा। आस-पास रहे लोगों ने किसी तरह उसे समझाया।
सूचना मिलने पर ट्रक आपरेटर्स यूनियन के अध्यक्ष विजय सिंह पहुंचे और शाखा प्रबंधक उमेश बहादुर पर रिकार्ड देने का दबाव बनाया। तब कहीं जाकर मैनेजर मंगलवार को रिकार्ड देने को राजी हुए।