संचार के बाद अब शहर की जलापूर्ति व्यवस्था बाधित
प्रतापगढ़ : शहर के मध्य से गुजरने वाले हाइवे के किनारे चौड़ीकरण में संचार के बाद अब जलापूर्ति व्यवस्था बाधित हो गई है। पाइप लाइन के फट जाने से पुराने शहर में पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। पाइप का पानी सड़कों पर जमा हो गया है। इससे चौक क्षेत्र में आवागमन मुश्किल हो गया है।
गोड़े से कुसुमी तक इलाहाबाद-फैजाबाद राजमार्ग के चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। इसमें मशीने लगी है, जिनके दवाब से चौक घंटा घर के पास पाइप लाइन फट गई है। इससे नगर पालिका द्वारा आपूर्ति किए जाने वाला पानी घरों में न जाकर सड़क पर बह रहा है। यही नहीं चौक से लेकर तहसील गेट तक यह पानी चौड़ीकरण के गड्ढे में भर जाने से दुर्घटना हो रही है। बाइक सवार जहां हादसे के शिकार हो रहे हैं, वहीं दुकानदारों के यहां ग्राहकों का टोटा हो गया है। पानी में छलांग लगाकर कौन दुकान तक पाए, इस चक्कर में दुकानदार घाटा उठा रहे है। इस समस्या के बारे में लोगों ने नगर पालिका और लोक निर्माण विभाग से अवगत कराया, लेकिन अभी तक मरम्मत नहीं की गई, परेशान लोगों ने जीजीआइसी के पास खुद ही मिट्टी को काटकर नाली बनाकर पानी का बहाव बड़े नाले की तरफ करने का प्रयास किया। इसके बाद भी पानी भरा हुआ है। इससे एक ओर जहां पेयजल का अपव्यय हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ आवागमन की समस्या बनी हुई है।
इसके पहले 400 पेयर ओएफसी केबिल कट जाने से आधे शहर की दूर संचार व्यवस्था ठप हो गई थी। कई दर्जन फोन डेड हो गए थे कार्यालयों की ब्रांड बैंड सेवा ध्वस्त हो गई थी। आधे शहर में यह समस्या अब भी बनी हुई है। एक तरफ मरम्मत हो रही है तो दूसरी तरफ मशीन के दबाव से केबिल कट जा रही है। इसको लेकर बीएसएनएल अधिकारी भी माथा पीट रहे हैं। संचार उपभोक्ता उनके दफ्तर में जाकर हंगामा करते हैं और वे उनको समझा भी नहीं पाते। अगर समझाते भी है तो उपभोक्ता उनकी सुनने को तैयार नहीं होते। लोगों का कहना है कि अभी तो काफी दूर तक चौड़ीकरण होगा। ऐसे में संचार और जलापूर्ति व्यवस्था ध्वस्त कैसे दुरुस्त रह पाएगी।
इस बारे में टीडीएम आरएन यादव का कहना है कि बार-बार केबिल कटने से समस्या आ रही है। फिलहाल मरम्मत में टीमें लगी हैं।