बेंती कोठी पर लगा राजा भैया समर्थकों का तांता
-दिन भर जमा रही हजारों की भीड़
कुंडा, प्रतापगढ़ : सीओ हत्याकांड में आरोपी बनाए जाने पर खाद्य एवं रसद मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद पहली बार बेंती पहुंचे राजा भैया से मिलने के लिए शुक्रवार को समर्थकों का तांता लगा रहा। राजा भैया के चेहरे पर कोई शिकन न देखकर समर्थकों के चेहरे भी खिल उठे।
गुरुवार को देर शाम ही लखनऊ से चलकर राजा भैया बेंती कोठी पहुंच गए थे। जैसे ही यह जानकारी शुक्रवार की सुबह समर्थकों को हुई, बेंती कोठी की ओर रेला चल पड़ा। सुबह से ही बेंती कोठी लोगों की भीड़ से गुलजार हो गई थी। करीब दस बजे बेंती कोठी से निकले राजा भैया को देख महिलाएं रो पड़ीं। इसी बीच साठ वर्षीय रामपती राजा भैया से पूछ पड़ी कि 'महाराज कइसे बाटा,' इस पर राजा भैया ने कहा कि 'माई सब ठीक बा, घबराय का कौन बात नाय बा।'
कुछ देर बाद अपने समर्थकों के साथ राजा भैया करीबियों से मिलने निकल पड़े। सबसे पहले वह बिसहियां के घर पहुंचे, जहां पर उन्होंने राम चरित मानस की पूर्णाहुति में भाग लिया। इसके बाद वे लालगोपालगंज में नीरज सिंह की भाई की वार्षिकी में शामिल हुए। इसके बाद कई करीबियों के घर जाकर उनका हालचाल लिया।
गौरतलब है कि गत दो मार्च को प्रधान नन्हे यादव की हत्या की जानकारी होने पर राजा भैया बेंती आए थे। अगले दिन प्रधान व उनके भाई सुरेश की अंत्येष्टि के दौरान मौजूद थे। तीन मार्च को परवीन आजाद की तहरीर पर सीओ जियाउल हक की हत्या की साजिश रचने का मुकदमा दर्ज होने के बाद लखनऊ चले गए थे। चार मार्च को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। विधानसभा सत्र चलने के कारण तब से वह लखनऊ में ही थे। रविवार तक राजा भैया बेंती में रहेगे। सोमवार को विधानसभा सत्र में शामिल होने के लिए लखनऊ बेंती से लखनऊ रवाना होंगे।
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