हरियाणा के बीज से लहलहाएगी गेहूं फसल
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : इस बार तराई के जिले में हरियाणा से मंगाए गए अर्ली वैरायटी के बीज से गेहूं
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : इस बार तराई के जिले में हरियाणा से मंगाए गए अर्ली वैरायटी के बीज से गेहूं की फसल खेतों में लहलहाएगी। कृषि विभाग ने गेहूं का यह बीज मंगा लिया है। इसकी बिक्री राजकीय कृषि बीज भंडारों के माध्यम से की जाएगी। वहां से बीच खरीदने वाले किसानों को शासकीय अनुदान का भी लाभ दिया जाएगा। हरियाणा के अलावा पंजाब में तैयार किया गया प्रमाणिक एवं आधारीय गेहूं बीज भी किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा।
धान की कटाई के साथ ही किसानों ने खाली हुए खेतों को गेहूं बुवाई के लिए तैयार करना शुरू कर दिया है। कृषि विभाग ने भी गेहूं बुवाई का लक्ष्य पूरा कराने के लिए किसानों को पर्याप्त मात्रा में उत्तम गुणवत्ता के बीज उपलब्ध करान की तैयारी कर ली है। कृषि विभाग को कुल 7 हजार 225 कुंतल गेहूं बीज का आवंटन स्वीकृत किया गया है। इसमें से डीबीडब्ल्यू-17 प्रमाणिक गेहूं बीज 474 कुंतल, पीबीडब्ल्यू-550 प्रमाणिक गेहूं बीज 1488 कुंतल, पीबीडब्ल्यू-533 आधारीय गेहूं बीज 140.80 कुंतल आ चुका है। इसके अलावा इस बार हरियाणा से अर्ली वैरायटी का गेहूं बीज भी काफी मात्रा में उपलब्ध कराया जा रहा है। अर्ली वैरायटी होने की वजह से यह बीज न सिर्फ गेहूं की पैदावार बढ़ाएगा बल्कि समय पर ही फसल पककर तैयार हो जाएगी। अपर जिला कृषि अधिकारी पीएल गंगवार के अनुसार किसानों को जोतबही के आधार पर गेहूं बीज राजकीय कृषि बीज भंडारों के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा। किसानों को बीज की खरीद पर शासकीय अनुदान भी दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि गेहूं के अलावा मटर, मसूर, राई एवं तोरिया का बीज भी राजकीय भंडारों पर उपलब्ध कराया गया है।