चिकित्सक के बंद घर में लाखों की चोरी
पीलीभीत :चोर पुलिस के साथ लुकाछिपी खेल रहे हैं। पहले पीलीभीत उसके बाद पूरनपुर और अब फिर पीलीभीत शहर के बीच मुहल्ले में चोरी की वारदात का अंजाम दिया गया है। चोरों ने चिकित्सक के बंद घर को निशाना बनाकर चार लाख की नकदी और सोने चांदी के जेवरात चोरी कर लिए। सुबह डाक्टर जब घर आए तो उनके होश उड़ गए। घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक समेत तमाम पुलिस अधिकारियों ने मौके पर जाकर पीड़ित परिजनों से बातचीत की।
थाना कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला फीलखाना में डा. तनवीरूल हसन शम्सी का मकान है। डॉक्टर मंडी समिति के सामने प्राइवेट प्रेक्टिस करते हैं। चिकित्सक के मुताबिक उनकी सास का हाल ही में इंतकाल हो गया था और मंगलवार को उनकी पहली ईद थी। इसीलिए मंगलवार सुबह दस बजे वह अपने परिजनों संग रोडवेज बस से रामपुर के लिए निकले। बुधवार सुबह साढ़े छह बजे वह घर पर वापस आए तो नजारा देखकर दंग रह गए। चोरों ने घर के मुख्य दरवाजे के दोनों सेंटर लॉक तोड़ दिए थे। इसके बाद कमरे का ताला तोड़कर अलमारी का लॉक तोड़ा। उसमें रखे चार लाख रूपए नकद और सोने चांदी के जेवरात ले गए। इसके बाद चिकित्सक ने आस पड़ोसियों को सूचना दी। पुलिस को इत्तला मिली तो एएसपी उदयशंकर सिंह, सीओ सिटी सुबेग सिंह सिद्धू, सदर कोतवाल आरपी सिंह फोर्स संग पहुंच गए। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। एक घंटे बाद एसपी सोनिया सिंह भी चिकित्सक के घर पहुंची और चिकित्सक से बातचीत की। चिकित्सक के मुताबिक अभी उनकी पत्नी नहीं आई है। इसीलिए कितने जेवरात चोरी हुए इस बारे में वह कोई जानकारी नहीं दे सकते है।
सदर कोतवाल लाइन हाजिर
बढ़ती वारदातों पर अंकुश न लगा पाने पर आखिरकार सदर कोतवाल राजपाल सिंह पर गाज गिर ही गई। एसपी ने सदर कोतवाल को लाइन हाजिर कर उनके स्थान पर दियोरिया कोतवाल वीर सिंह को नया सदर कोतवाल बनाया है। एसपी के मुताबिक नए कोतवाल को घटनाओं के वर्कआउट करने के स्पष्ट आदेश दिए गए है। चोरी के मामले में पुलिस ने चिकित्सक की नौकरानी से भी पूछताछ की है। पुलिस का मानना है कि घटना में कोई अपना शामिल है जो डाक्टर साहब का काफी नजदीकी रहा है। जिसको इस बात की जानकारी थी की डाक्टर चौबीस घंटे के लिए बाहर जा रहे है। बाशिंदों के मुताबिक मुहल्ला बड़ा ही शांतप्रिय है। यहां आज तक अभी कोई इस तरह की वारदात घटित नहीं हुई है।
फिंगर प्रिंट टीम ने जुटाए साक्ष्य
चोरी की घटना के बाद एसपी के आदेश पर फिंगर प्रिंट टीम भी घटनास्थल पर पहुंची। टीम ने साक्ष्यों को एकत्र किया।
रिवॉल्वर चोरी की सूचना से उड़े होश
चोरी के बाद जब चिकित्सक ने घर खंगाला तो रिवॉल्वर गायब था। यह देखकर चिकित्सक के होश उड़ गए। उन्होंने जब पुलिस अधिकारियों को रिवॉल्वर चोरी की सूचना दी तो वह भी सकते में आ गए। तहरीर लिखकर एफआइआर में भी रिवॉल्वर चोरी लिखवा दी गई जब दोबारा पुलिस की मौजूदगी में घर देखा गया तो रिवॉल्वर घर में ही मिल गया। तब पुलिस ने राहत की सांस ली। सीओ सिटी के मुताबिक रिवॉल्वर जमा कर लिया गया है। उसे नियमानुसार ही दिया जाएगा। चूंकि वह एफआइआर में भी दर्ज है।