आपदा में सब मिल कर करें काम
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : लखनऊ से आई राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण की टीम ने जिले में दैवीय आपदा स
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : लखनऊ से आई राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण की टीम ने जिले में दैवीय आपदा से संबधित हाल जाना। इसके अलावा अफसरों को टिप्स भी दिए। टीम ने खासकर नरई जलाने के दौरान आग लगने से संबधित घटनाओं को रोकने के लिए किसानों को जागरुक करने के टिप्स भी दिए।
गांधी सभागार में आयोजित प्रशिक्षण में लखनऊ से आए ट्रेनर पवन कुमार शुक्ला और डा. एस के श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से जिले में आपदा से संबंधित हाल जाना। इस पर एडीएम आलोक ¨सह ने उन्हें बताया कि जिले में बाढ़ और नरई से आग लगने के दौरान ही सर्वाधिक नुकसान होता है। इस पर टीम ने वहां मौजूद अफसरों से सुझाव भी मांगे। अंत में तय किया गया कि नरई से आग लगाने के लिए किसान सीधे तौर पर जिम्मेदार होता है। इसीलिए ऐसे मामलों में किसानों को जागरुक करने की आवश्यकता है। इसीलिए सभी बीज की दुकानों और कृषि की दुकानों के अलावा सरकारी कार्यालयों में भी एक जागरुकता प्रपत्र बनवाया जाए। जो भी किसान इन जगहों पर जाए तो उसको यह जागरुकता प्रपत्र दे ताकि किसान जागरुक हो सकें। इसके अलावा उन्होंने ऐसे मामलों को मीडिया में भी अधिक से अधिक प्रसारित करने को कहा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम सचिव एवं राहत आयुक्त लीना जौहरी के निर्देश पर सूबे के लगभग बीस जिलों में चलाया जा रहा है। इसके अलावा प्रशिक्षण कार्यक्रम में पूर्व मुख्य सचिव जावेद उस्मानी के उस आदेश का अनुपालन करने का भी सुझाव दिया गया। जिसमें उन्होंने कहा था कि सभी विभाग अपने बजट का एक हिस्सा आपदा राहत में भी खर्च कर सकते है। ताकि आपदा के समय सभी विभाग मिलजुल कर काम कर सके और आपदा पीड़ितों की अधिक से अधिक सहायता की जा सके। प्रशिक्षण कार्यक्रम में एडीएम आलोक ¨सह, एसडीएम सदर रामप्रकाश, एसडीएम बीसलपुर एपी श्रीवास्तव, तहसीलदार सदर, तहसीलदार बीसलपुर, जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी धीरेन्द्र ¨सह के अलावा फायर बिग्रेड के कर्मचारी और एनजीओ के सदस्य मौजूद रहे।