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लेजर कैमरे में नहीं नजर आ रहा बाघ

जागरण संवाददाता, पीलीभीत : टाइगर रिजर्व की माला रेंज के बनकटी जंगल से निकले बाघ की टंडोला गांव

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jul 2017 07:04 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jul 2017 07:04 PM (IST)
लेजर कैमरे में नहीं नजर आ रहा बाघ
लेजर कैमरे में नहीं नजर आ रहा बाघ

जागरण संवाददाता, पीलीभीत :

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टाइगर रिजर्व की माला रेंज के बनकटी जंगल से निकले बाघ की टंडोला गांव के गन्ना खेतों में लोकेशन मिल रही है, जो कई दिनों से डेरा जमाए हुए है। बाघ लेजर कैमरे की गिरफ्त में नहीं आ रहा है, जिससे ग्रामीणों में भय है। वन विभाग और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की टीमें मॉनीट¨रग में जुटी हुई हैं।

टाइगर रिजर्व का जंगल 73000 हेक्टेयर है, जिसमें शाहजहांपुर की खुटार रेंज का जंगल शामिल है। जंगल के घनघोर इलाके में बाघ रहता है। एक सप्ताह पहले बनकटी जंगल से निकलकर बाघ ने आबादी का रुख किया था। विचरण के दौरान बाघ ने टाह गांव में एक नीलगाय को निवाला बनाया था। इसके बाद बाघ ने सीधे टंडोला का रुख किया, जहां पर कई दिनों से डेरा जमाए हुए हैं। गन्ना खेतों में बाघ की मॉनीट¨रग करने के लिए लेजर कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन बाघ की तस्वीर नहीं आई है। गन्ना खेतों में ही बाघ जगह बदल रहा है, जिससे सर्च टीम को परेशानी हो रही है। वन विभाग और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की टीम दिन-रात कां¨बग कर रही है। उप प्रभागीय वनाधिकारी केपी ¨सह का कहना है कि गन्ना खेतों में बाघ को ढूंढ़ने का काम किया जा रहा है। टाइगर रिजर्व और सामाजिक वानिकी की टीमें काम कर रही हैं। लेजर कैमरों की संख्या बढ़ाई जा रही है।


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