मंहगी होने की आशंका में खाद की कालाबाजारी
पीलीभीत : उर्वरक की बिक्री डीबीटी योजना से जोड़ने के लिए सहकारी समितियों सहित पंजीकृत खाद विक्रेताओं
पीलीभीत : उर्वरक की बिक्री डीबीटी योजना से जोड़ने के लिए सहकारी समितियों सहित पंजीकृत खाद विक्रेताओं को पाश मशीने उपलब्ध कराई जा रही हैं। किसानों को उर्वरक का पूरा दाम अदा करने के बाद ही उसके खाते में सब्सिडी पहुंचेगी। इसी कारण अनेक किसानों ने उर्वरकों की खरीद शुरू करते हुए स्टाक करना शुरू कर दिया है। यह योजना पहली जून से लागू होना है। मंहगी होने की आशंका से बाजार में खाद की किल्लत देखी जा रही है।
कृषि बाहुल्य पूरनपुर एवं कलीनगर तहसील क्षेत्र में 24 सहकारी समितियों से जुड़े किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराया जाता है। समितियों का सदस्य बनने के लिए सदस्यता शुल्क एवं जमीन की खसरा खतौनी तथा हिस्से की धनराशि जमा करनी पड़ती है। अभी तक सदस्य किसान समितियों से जारी चेक बुक भरकर नकद धनराशि समिति व सहकारी बैंक से प्राप्त कर लेते थे। किसानों को सब्सिडी बिना अदा किए ही समितियों अथवा खुले बाजार में निर्धारित रेट पर खाद मिल जाती थी, लेकिन वास्तविक किसानों को ही सरकार द्वारा सब्सिडी देने के लिए जो योजना लागू की है। समिति एवं पंजीकृत दुकानदारों के कृषि विभाग की ओर से पाश मशीन उपलब्ध कराई गई है। इस संबंध में एडीसीओ हरेन्द्र ¨सह पांगती ने बताया कि सभी समितियों से पहली जून से उर्वरक पाश मशीन से उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने सभी समितियों पर पर्याप्त खाद उपलब्ध करा दी गई है। इन दिनों खाद की धड़ल्ले से खरीदकर स्टाक किया जा रहा है। इससे खाद मंहगी हो गई है।