आजादी के सात दशक बाद भी नहीं मिली बिजली
पीलीभीत : आजादी के सात दशक बाद भी ग्रामीणों को बिजली नहीं मिल सकी है। लालटेन अथवा ढिबरियों से घरों म
पीलीभीत : आजादी के सात दशक बाद भी ग्रामीणों को बिजली नहीं मिल सकी है। लालटेन अथवा ढिबरियों से घरों में रोशनी कर जीवन यापन करना पड़ रहा है। चुनाव के समय जनप्रतिनिधि बड़े-बड़े वादे कर चले जाते हैं। नेताओं को झूठा बताते हुए नाराज ग्रामीणों ने बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान न करने की बात कही।
कलीनगर तहसील के गांव जमुनिया के मजरा लक्ष्मीपुर में आजादी के 70 साल बाद भी बिजली न होने के कारण लोगों को ढिबरियों या लालटेनों से घरों में प्रकाश करना पड़ रहा है। आधुनिक युग में बिजली से चलने वाले विभिन्न उपकरण गांव में नहीं देखे जा रहे हैं। लगभग 900 जनसंख्या वाले इस गांव के ग्रामीण आदि मानव की तरह जीवन व्यतीत करते नजर आ रहे हैं। ग्रामीण प्रतिवर्ष बिजली की मांग करते आ रहे हैं। नेताओं के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी झूठे आश्वासन देते रहे हैं। शुक्रवार को ग्रामीणों ने गांव में एकत्र होकर बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी पर विरोध प्रदर्शन जताया। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले विधानसभा चुनाव में बिजली न होने पर चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया था,लेकिन अधिकारियों ने गांव में पहुंचकर बिजली सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन देकर चले गए लेकिन पूरे 5 साल बीत जाने पर भी गांव में विद्युतीकरण नहीं हो सका। ग्रामीणों ने गांव में इकट्ठा होकर बिजली न होने पर विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में बिजली नहीं तो वह मतदान नहीं करेंगे। इस मौके पर कन्हई लाल, हेमराज, रामदयाल, धर्मेंद्र वर्मा, कामता प्रसाद, रूप बसंत, हरिओम, गुड्डू, रामौतार, नरेश वर्मा, पूरन लाल, रमेश शर्मा, मुकेश भारती समेत कई ग्रामीण मौजूद रहे। चोखापुरी गांव में भी बिजली न होने के कारण लोगों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।