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निजी चिकित्सकों को दिखानी होगी अपनी डिग्री

जागरण संवाददाता, पीलीभीत : साइन बोर्ड से लेकर पैड तक पर फर्जी डिग्रियां लिखकर मरीजों तीमारदारों की आ

By Edited By: Published: Mon, 30 Nov 2015 10:24 PM (IST)Updated: Mon, 30 Nov 2015 10:24 PM (IST)
निजी चिकित्सकों को दिखानी होगी अपनी डिग्री

जागरण संवाददाता, पीलीभीत : साइन बोर्ड से लेकर पैड तक पर फर्जी डिग्रियां लिखकर मरीजों तीमारदारों की आंखों में धूल झोंकना अब आसान नहीं होगा। समाजवादी छात्र सभा की ओर से मिली शिकायत पर सिटी मजिस्ट्रेट ने सीएमओ को पत्र भेजकर सभी निजी अस्पताल संचालकों व चिकित्सकों की डिग्री की सत्यापित प्रति मंगाने का अनुरोध किया है, ताकि इसकी जांच की जा सके कि कोई फर्जी डिग्री लिखकर मरीजों को गुमराह तो नहीं कर रहा है। इतना ही नहीं अस्पताल में क्या वाकई वे सब सुविधाएं हैं, जिनका प्रचार किया जा रहा है।

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शहर में निजी अस्पताल, नर्सिंग होम्स का कारोबार फैलने के साथ ही यहां पर इस पवित्र पेशे को कलंकित किए जाने की शिकायतें लंबे अर्से से आ रही हैं। कहीं सरकारी चिकित्सक खुलेआम निजी अस्पताल चला रहे हैं तो कहीं फर्जी ढंग से तमाम नाम के साथ उन डिग्रियों का प्रचार प्रसार किया जा रहा है, जो कभी हासिल ही नहीं की गई हैं। इतना ही नहीं जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी पीएचसी तक कई निजी अस्पतालों के एजेंट खुलेआम घूमते हैं और वे भोले-भाले ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को बरगला कर निजी अस्पतालों तक पहुंचाने का काम करते हैं। कई सरकारी एंबुलेंस चालक भी निजी अस्पतालों के लिए काम करते हैं। सोमवार को समाजवादी छात्रसभा का एक प्रतिनिधि मंडल जिलाध्यक्ष प्रशांत शर्मा की अगुवाई में सिटी मजिस्ट्रेट जितेन्द्र कुमार शर्मा से मिलकर ज्ञापन दिया। जिसमें निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम्स के चिकित्सकों की शैक्षिक योग्यताओं की जांच करवाए जाने की मांग की गई है। ज्ञापन में कहा गया है कि कुछ चिकित्सक ने साइन बोर्ड व पैड पर नाम के साथ उन डिग्रियों को लिख रहे हैं, जो कि हासिल ही नहीं कीं। यह मरीजों को गुमराह कर ठगी करने का गंभीर अपराध है। इसलिए निजी चिकित्सकों की शैक्षिक योग्यताओं की जांच होनी चाहिए जिससे यह पता चल सके कि कहीं वे फर्जी ढंग से अपनी विशेषज्ञता का प्रचार प्रसार तो नहीं कर रहे हैं। इसी प्रकार अस्पतालों में क्या वे चिकित्सकीय सुविधाएं हैं, जिनका वे प्रचार प्रसार करते हैं। सिटी मजिस्ट्रेट ने सीएमओ डा. ओम प्रकाश ¨सह को पत्र भेजकर अनुरोध किया है कि वे सभी चिकित्सकों के चिकित्सा शिक्षा से संबंधित प्रमाण पत्रों की सत्यापित प्रति एक सप्ताह के भीतर जमा करा लें ताकि इस प्रकार के आरोपों की जांच कराई जा सके।

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कुछ चिकित्सकों द्वारा फर्जी ढंग से अपनी डिग्री प्रचारित किए जाने की शिकायतें कई स्त्रोतों से मिली हैं। इस संबंध में सोमवार को भ एक संगठन ने ज्ञापन दिया है। निजी चिकित्सकों के शैक्षिक प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाने के लिए सीएमओ से अनुरोध किया गया है। इसके बाद जांच कराई जाएगी कि कहीं डिग्रियों के प्रचार प्रसार में फर्जीवाड़ा तो नहीं हो रहा है।

-जितेन्द्र कुमार शर्मा, सिटी मजिस्ट्रेट


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