दावे हैं झूठे, पसीना-पसीना हो रहे बच्चे
पीलीभीत : छुट्टियों के बाद परिषदीय स्कूल खुल गए हैं, लेकिन अभी भी स्कूलों में सुविधाओं का टोटा चल रह
पीलीभीत : छुट्टियों के बाद परिषदीय स्कूल खुल गए हैं, लेकिन अभी भी स्कूलों में सुविधाओं का टोटा चल रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग के सुविधाएं पूरी होने के दावे झूठे साबित हो रहे हैं। गर्मी के मौसम में बच्चे पढ़ाई करने को मजबूर हैं। कुछ स्कूलों में बिजली बाय¨रग होने के बावजूद कनेक्शन जुड़वाने की कोशिश नहीं की गई। ऐसे में बच्चों को परेशानी हो रही है।
पहली अप्रैल से नया शैक्षिक सत्र शुरू हो गया था। इस दौरान बच्चों के स्कूलों में नामांकन किए गए। इसके बाद जून में गर्मी छुट्टी के लिए स्कूल बंद कर दिए गए। इस दौरान प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा एचएच गुप्ता ने बीएसए को आदेश भेजकर स्कूलों में व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने के निर्देश दिए थे। 25 जून से 30 जून तक अभियान चलाकर भवन सत्यापन करने कार्य करने के लिए आदेशित किया गया। पहली जुलाई को स्कूल सुबह आठ बजे से खुल गए। मगर स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति काफी कम रही। गुरुवार को दूसरे दिन स्कूलों में बच्चे आए। गुरुवार को मरौरी ब्लाक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय व उच्च प्राथमिक विद्यालय बिलगवां में बच्चों को पढ़ाने का कार्य किया गया। दोनों स्कूलों में बिजली फि¨टग है, लेकिन खंभे से तार का कनेक्शन नहीं है। इस वजह से बच्चों को पढ़ाई करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पंखा न चलने की वजह से बच्चे कापियों से हवा करते रहे। बच्चे पसीना पसीना हो रहे थे। मगर बच्चों की दिक्कतों से किसी को क्या लेना देना है। उच्च प्राथमिक विद्यालय की हेडमास्टर कमला सीपाल का कहना है कि खंभे से केबिल कई बार जुड़वाया गया, जो चोरी हो जाता है। केबल को जुड़वाने के लिए दुबारा प्रयास किए जाएंगे।