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साथियों का स्कूल पर गंभीर आरोप, बीमार छात्र को ठंडे पानी से नलहाया था

आरोप है कि शिक्षकों की असंवेदनशीलता के चलते छात्र पिछले तीन दिनों से बुखार में तपता रहा, लेकिन उसका कोई उपचार नहीं कराया गया।

By JP YadavEdited By: Published: Tue, 06 Dec 2016 08:29 AM (IST)Updated: Tue, 06 Dec 2016 12:32 PM (IST)
साथियों का स्कूल पर गंभीर आरोप, बीमार छात्र को ठंडे पानी से नलहाया था

नोएडा (जेएनएन)। दादरी क्षेत्र के धूम मानिकपुर गांव स्थित नवोदय विद्यालय के एक छात्र आदित्य की संदिग्ध परिस्थितियों में बुखार से मौत हो गई। विद्यालय के छात्रों ने प्रधानाचार्य व शिक्षकों पर उपचार में घोर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। विद्यालय में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।

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मंगलवार सुबह से ही नवोदय विद्यालय में सुबह से ही छात्रों का हंगामा जारी है। छात्र आदित्य के शव को विद्यालय लाने की मांग पर अड़े है। कक्षाओं का बहिष्कार भी किया जा रहा है। सुबह छात्रों ने हॉस्टल में ब्रेकफास्ट करने से भी इनकार कर दिया है। छात्र धरने के साथ भूख हड़ताल पर भी बैठे हैं।

साथी छात्रों का कहना है कि पिछले कई दिनों से छात्र बीमार था। वहीं, विद्यालय प्रबंधन पर इलाज में घोर लापरवाही का आरोप भी लगा है। कहा जा रहा है कि सोमवार को छात्र को हॉस्टल में ठंडे पानी से नलहाया गया था।

विद्यालय सूत्र के अनुसार, छात्र की मौत के बाद स्थिति बिगड़ते देख शिक्षकों ने अन्य छात्रों को एक कमरे में बंद कर दिया व चेतावनी दी थी कि विद्यालय में हुई मौत की सूचना बाहर नहीं जानी चाहिए। डीएम ने मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं।

मूलरूप से बिहार के छपरा में परसा गांव का रहने वाला 12 वर्षीय आदित्य पुत्र उपेंद्र सिंह कक्षा छह का छात्र था। सूत्र ने बताया कि आदित्य बीते शुक्रवार से बुखार से पीड़ित था। बुखार होने की जानकारी छात्र ने विद्यालय के प्रधानाचार्य व शिक्षकों को दी।

इसपर शिक्षकों ने छात्र पर क्लास में न आने के लिए बुखार का बहाना बनाने का आरोप मढ़ दिया। शिक्षकों की असंवेदनशीलता के चलते छात्र पिछले तीन दिनों से बुखार में तपता रहा, लेकिन उसका कोई उपचार नहीं कराया गया। सोमवार को हॉस्टल वार्डन ने बुखार से पीड़ित छात्र को ठंडे पानी से नहला दिया।

इससे उसकी तबीयत और बिगड़ गई। आनन-फानन शिक्षकों ने छात्र को दादरी के नवीन अस्पताल में भर्ती कराया। छात्र की गंभीर हालत को देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां से उसे दिल्ली के अस्पताल में भेजा गया, जहां शाम साढ़े चार बजे उसकी मौत हो गई। मौत की सूचना मिलने पर देर रात विद्यालय के छात्रों ने हंगामा करना शुरू कर दिया।

सूत्र ने दैनिक जागरण को बताया कि छात्रों को काबू करने के लिए विद्यालय प्रशासन तमाम तरह के हथकंडे आजमाने का प्रयास कर रहा है। इस मामले में विद्यालय के प्रधानाचार्य गोपाल सिंह से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई।

घटना की सूचना मिलने पर मानव संसाधन विकास मंत्रलय के असिस्टेंट कमिश्नर महेंद्र चौधरी व डिप्टी कमिश्नर गिरीश चंद्र भी विद्यालय पहुंचे। खबर लिखे जाने तक विद्यालय में तनावपूर्ण स्थिति थी। बादलपुर और दादरी थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी और छात्रों को समझाने का प्रयास किया जा रहा था।

वहीं, जिलाधिकारी, एनपी सिंह का कहना है कि छात्र की मौत का मामला संज्ञान में आया है। उसके उपचार में जिन लोगों ने लापरवाही बरती है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। छात्र के बीमार होने पर विद्यालय प्रबंधन की जिम्मेदारी होती है कि उस का सही समय पर उपचार कराएं।


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