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मां के गम में बेटे ने खोया बचपन, पिता ने खोई याद

रजनी कान्त मिश्र, नोएडा : मासूम ने मां की मौत के बाद गम में जहां बचपन खोया, वहीं पिता याददाश्त खो

By Edited By: Published: Thu, 28 Jul 2016 08:28 PM (IST)Updated: Thu, 28 Jul 2016 08:28 PM (IST)
मां के गम में बेटे ने खोया बचपन, पिता ने खोई याद

रजनी कान्त मिश्र, नोएडा :

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मासूम ने मां की मौत के बाद गम में जहां बचपन खोया, वहीं पिता याददाश्त खो बैठे। आपरेशन मुस्कान ने परिवार में छह वर्ष बाद फिर खुशी लौटाई, तो परिवार के लोगों से मिलकर बच्चे के चेहरे पर फिर मुस्कान छा गई। गम में घर छोड़ने के बाद वह पिछले छह वर्ष तक मथुरा स्थित चाइल्ड होम और फतेहपुर सीकरी के खुला आश्रय गृह में रहा। बच्चे से मिलवाने पर परिवार के लोगों ने पुलिस की सराहना की।

पुलिस के अनुसार जमालपुर अलीगढ़ निवासी साजिद (14) पुत्र गब्बर छह साल पहले मां के इंतकाल के बाद गम में घर से आगरा चला गया था। वहां कबाड़ बीनकर कुछ दिन तक अपना गुजारा किया। यहां से वह मथुरा चला गया। मथुरा में उसे चाइल्ड लाइन के लोगों ने चाइल्ड होम पहुंचा दिया। यहां लंबे समय तक रहा। दो माह पूर्व उसे खुला आश्रय गृह मिर्जापुर फतेहपुर सीकरी आगरा भेज दिया गया था। आपरेशन मुस्कान के तहत जिले से लापता बच्चों को ढूढ़ने के लिए पुलिस टीम जब फतेहपुर सीकरी पहुंची, तो वहां खुला आश्रय गृह में पुलिस टीम को 14 वर्षीय साजिद मिला। पुलिस ने जब उसकी काउंसलिंग की तो बताया कि छह वर्ष पहले वह मां के इंतकाल के बाद गम में घर से आगरा निकल गया था। पता लगा कि उसके पिता बच्चे के गायब होने व पत्नी के इंतकाल के बाद गम में याददाश्त खो दिए है। बच्चे की जिम्मेदारी अब उसके दादा वशीर अहमद के कंधे पर हैं। सीडब्ल्यूसी के माध्यम से पुलिस ने बच्चे को उसके दादा को सुपुर्द कर दिया। इसके अलावा पुलिस अलीगढ़ से करीब छह माह पहले लापता हुए 10 वर्षीय बच्चे विपुल को परिवार से मिलवाने में कामयाब रहीं। वह बरेली स्थित आश्रय गृह में रह रहा था। उसकी मा की मृत्यु छह माह पहले हो गई थी। वह घूमने के लिए अलीगढ़ से ट्रेन में बरेली चला गया था।

182 परिवार में लौटी खुशी

आपरेशन स्माइल पार्ट-टू में क्राइम ब्रांच अब तक 182 परिवारों में खुशी लौटाने में कामयाब हुई है। इसके लिए काम कर रहीं 22 टीमों को जिले से गायब 11 बच्चों सहित विभिन्न जिलों के 182 बच्चों को उनके परिवार से मिलवाने में कामयाबी मिली। जिले से गायब 11 बच्चे मिले है, इसमें 9 मामलों में केस दर्ज था।

छह साल पहले साजिद अपनी मां के इंतकाल के बाद गम में घर से आगरा चला गया था। पत्नी के इंतकाल और बच्चे के गायब होने पर पिता ने याददाश्त खो दी है। पिछले दो माह से वह आगरा स्थित आश्रय गृह में रह रहा था। पुलिस टीम बच्चे को बरामद कर उसके परिजनों से मिलवाने में कामयाब हुई है।

विश्वजीत श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक, अपराध।


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