अब ¨हडन एयरबेस में शिफ्ट होना चाहता है इकलाख का परिवार
धर्मेन्द्र मिश्रा, नोएडा : बिसाहड़ा कांड की दर्दनाक यादों से सहमा इकलाख का परिवार अब गाजियाबाद स्थित
धर्मेन्द्र मिश्रा, नोएडा : बिसाहड़ा कांड की दर्दनाक यादों से सहमा इकलाख का परिवार अब गाजियाबाद स्थित ¨हडन एयरबेस में शिफ्ट होना चाहता है। इसके लिए एयरफोर्स अधिकारियों से सरताज की बातचीत भी चल रही है। सरताज ने बताया कि उसने ¨हडन में शिफ्टिंग की इच्छा जताई है। जैसा आदेश आएगा, उसी के अनुसार फैसला लिया जाएगा।
सरताज ने बताया कि फिलहाल उसका परिवार गांव में ही है, लेकिन अब वहां रहना सुरक्षित नहीं है। वह अपने विभागीय अधिकारियों के लगातार संपर्क में है। ¨हडन एयरबेस के बाद दिल्ली स्थित सुब्रोतो पार्क एयरफोर्स स्टेशन उसकी दूसरी प्राथमिकता है। इनमें से जहां भी शिफ्टिंग का आदेश प्राप्त होता है, वहां जल्द ही परिवार शिफ्ट हो जाएगा। इससे पूर्व सरताज ने जिलाधिकारी एनपी सिंह के समक्ष चेन्नई शिफ्ट होने की इच्छा जताई थी।
गांव से नाता नहीं तोड़ेगा सरताज
वायुसेना में टेक्नीशियन के पद पर तैनात सरताज ने कहा कि वह गांव से पूरी तरह नाता खत्म नहीं करेगा। वह गांव का घर और जमीन नहीं बेचेगा। सरताज गांव के बाकी लोगों से मिलने-जुलने आता-जाता रहेगा,। सरताज ने बताया कि गांव में कुछ लोग ही बुरे हैं, जिन्होंने उसके परिवार के साथ इस घटना को अंजाम दिया, बाकी लोग अच्छे हैं।
पिता को खुशियां देने का सपना नहीं हो सकेगा पूरा
सरताज ने कहा कि उसके पिता इकलाख ने काफी संघर्षो में जिंदगी गुजारी थी। वह उन्हें खुशियां देकर उनके गमों को भुलाना चाहता था, लेकिन वह सपना अब कभी पूरा नहीं हो सकेगा।
देश में सौहार्द्र कायम करने के लिए करेगा काम
सरताज ने कहा कि वह देश में सौहार्द्र को कायम करने के लिए काम करेगा, लेकिन इसके लिए वह अभी कुछ नहीं कहेगा, सिर्फ काम करके दिखाएगा। सरताज ने कहा कि कुछ लोग देश में ¨हदू-मुस्लिम के बीच अमन-चैन को भंग करके अशांति पैदा करना चाहते हैं, लेकिन वह इसे होने नहीं देगा। सरताज ने कहा कि जिस तरह से मैंने अपने पिता को खोया है, मैं नहीं चाहता कि और किसी के साथ ऐसा हो। इसलिए वह देश की एकता के लिए काम करेगा।