शहरी आंगनबाड़ी केंद्रों की तैयार हो रही सूची
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: शहरी क्षेत्र में जर्जर हो चुके आंगनबाड़ी केंद्रों की सूची तैयार की जा
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: शहरी क्षेत्र में जर्जर हो चुके आंगनबाड़ी केंद्रों की सूची तैयार की जा रही है। अधिकतर केंद्र किराए की इमारत में चल रहे हैँ। केंद्रों को दूसरी जगह स्थानांतरित किया जाएगा।
आंगनबाड़ी केंद्रों परच् बच्चों व महिलाओं को पोषाहार वितरित किया जाता है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्र के साथ शहरी क्षेत्र में भी आंगनबाड़ी केंद्र खोले गए हैं। लेकिन इन केंद्रों पर पास स्थाई इमारत नहीं है। अधिकतर केंद्र किराए की इमारत में चल रहे हैं। किराए के लिए बजट कम होने की वजह से केंद्र उन स्थानों पर संचालित किए जा रहे हैँं, जहां पहुंचने के लिए न तच् अच्छी सड़क हैं और न आस पास साफ सफाई की व्यवस्थच् अच्छी है। कई भवन जर्जर हो चुकी इमारतों में संचालित किए जा रहे हैं। इसके चलते आंगनबाड़ी केंद्र अपने मकसद में सफल नहीं हो पा रहे हैं।
प्रशासन शहरी क्षेत्र में संचालित हो रहे ऐसे केंद्रों की व्यवस्था सुधारने की योजना पर कार्य कर रहा है। शहरी क्षेत्र में उन आंगनबाड़ी केंद्रों की सूची तैयार की जा रही है, जहां इमारत खस्ता है, या वहां तक पहुंचना दुश्वारी भरा है। सूची तैयार होने के बाद प्रशासन इन केंद्रों पर स्थानांतरित करने का कदम उठाएगा। राज्य पोषण मिशन कार्यक्रम के चलते भी आंगनबाड़ी केंद्रों की भूमिका बढ़ी है। गांवों में कुपोच्ति बच्चों को चिन्हित करने से लेकर उन्हें स्वास्थ्य कराने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की जिम्मेदारी तय की गई है। पोषाहार वितरण में धांधली रोकने के लिए भी प्रशासन ऐसी व्यवस्था करने जा रहा है कि पात्र की बायोमैट्रिक उपस्थिति दर्ज होना अनिवार्य हो जाएगा।
शहरी क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों की सूची तैयार की जा रही है। अधिकतर केंद्र किराए के भवन में संचालित हो रहे हैं। जरूरत होने पर उन्हें अन्य भवन में स्थानांतरित किया जाएगा।
माखन लाल गुप्ता, सीडीओ