मन की बात में बच्चों के हाथ लगी निराशा
जागरण संवाददाता,ग्रेटर नोएडा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रेटर नोएडा के बच्चों से मन की बात नहीं
जागरण संवाददाता,ग्रेटर नोएडा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रेटर नोएडा के बच्चों से मन की बात नहीं की। बच्चों के हाथ निराशा लगी है। कार्यक्रम में देश भर के छह स्कूलों के बच्चों को प्रधानमंत्री से मन की बात करने का मौका मिला। उसमें ग्रेटर नोएडा का नंबर नहीं लग पाया। एक से सात जुलाई तक देश में डिजिटल इंडिया वीक मनाया जाएगा। इसका आयोजन केंद्र सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ कम्यूनिकेशन द्वारा किया जा रहा है।
देश भर की पौने तीन लाख ग्राम पंचायतों को डिजिटल से जोड़ने की योजना है। इसी के तहत बुधवार को पहले कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बिसरख और पतवाड़ी गांव के प्राइमरी विद्यालय में नरेंद्र मोदी के लाइव प्रोग्राम को देखने के लिए स्क्रीन लगाई गई। शाम चार बजे शुरू हुआ डिजिटल लाइव प्रोग्राम शाम छह बजे तक चला। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल बुक लांच की। बुक लांच के दौरान बिसरख प्राइमरी विद्यालय में मौजूद लोगों ने ताली बजाकर स्वागत किया। बच्चों के मन में केवल एक ही सवाल था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनसे कब बात करेंगे। बच्चे इस सवाल को बार-बार शिक्षकों से पूछ रहे थे। छह बजते ही बच्चों को घर जाने के लिए कह दिया गया। उम्मीद के मुताबिक बेहद कम बच्चे प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लाइव देखने के लिए विद्यालय में मौजूद रहे। विद्यालय में छात्रों की संख्या 210 है। महज चालीस छात्र ही कार्यक्रम को देखने विद्यालय पहुंचे। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखने और सुनने के लिए जिले के पांच प्राइमरी विद्यालय कुलेसरा, पतवाड़ी, हल्दौनी, बिसरख और जलपुरा को ब्राड बैंड से जोड़ा गया है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में हेडमास्टर अंजू रानी, शिक्षक शालिनी मलिक, श्वेता ¨सह, शिवानी, शशि शर्मा, ममता भाटी, प्रवेश, योगेश, सुर्वेश, कल्पना, ब्लॉक प्रमुख अमरीष, अजय प्रधान सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।
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दिल्ली से बेहद पास होने की वजह से उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री बच्चों से मन की बात करेंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। हालांकि प्रधानमंत्री की डिजिटल वीक योजना से शिक्षकों को कॉफी कुछ सीखने को मिलेगा। वह इसका फायदा बच्चों को पहुंचाएंगे।
करूणा शर्मा, एबीएसए, बिसरख ब्लॉक
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बच्चों को डिजिटल के बारे में जानकारी देने प्रयास किया जाएगा। सरकारी विद्यालयों में ब्राड बैंड की सुविधा लगने से इसका सीधा फायदा छात्रों को होगा। अब प्राइमरी के छात्रों को भी इंटरनेट की सुविधा से जोड़ कर हाईटेक बनाया जाएगा।
शालिनी मलिक, शिक्षक, बिसरख प्राइमरी विद्यालय
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जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्राम पंचायतों को डिजिटल से जोड़ने का काम किया है, वह कल्पना में साकार होने वाली बात है। इससे बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार परक बनाया जाएगा। बच्चों को रोजगार परक बनाने की जिम्मेदारी शिक्षकों की है।
अजय कुमार, प्रधान, बिसरख गांव
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बच्चों को डिजिटल की जानकारी कम उम्र में मिलना देश के लिए अच्छा संकेत है। चीन और अमेरिका से मुकाबला करने में कोई परेशानी नहीं होगी। यदि सरकारी विद्यालय के छात्र निजी स्कूलों के बच्चों को पिछाड़ देते है, तो हमारे देश का भव्य निर्माण हो सकता है।
अमरीश भाटी, ब्लॉक प्रमुख, बिसरख
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मैंने पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टीवी पर देखा। शिक्षकों ने बताया कि अब हमें इंटरनेट चलाने का मौका मिलेगा। हम लोग बहुत खुश है।
वर्षा, छात्रा, प्राइमरी विद्यालय।