बीमारी पर पढ़ाई भारी
आशुतोष यादव, नोएडा : गैर परों से उड़ सकते हो हद से हद दीवारों तक.अपने पंखों से उड़ जाऊंगी सात समुंदर प
आशुतोष यादव, नोएडा : गैर परों से उड़ सकते हो हद से हद दीवारों तक.अपने पंखों से उड़ जाऊंगी सात समुंदर पारों तक .।
इन पंक्तियों को चरितार्थ कर दिखाया है कि नोएडा की दो छात्राओं ने। जिन्होंने बीमारी से ग्रसित होने के बावजूद सीबीएसई की दसवीं की परीक्षा में 10 सीजीपीए प्राप्त किया है। एक छात्रा दो पैंक्रियाज की बीमारी से ग्रसित है तो दूसरी पैरालाइज से ग्रसित है।
महामाया बालिका इंटर कालेज में पढ़ने वाली छात्रा निशा को पैदा होने पर ही दो पैंक्रिंयाज (अग्नाशय) संबंधी परेशानी है जिससे निशा के कुछ भी खाने के बाद पाचन क्षमता तेज हो जाती है। इसके चलते कभी भी अचानक पेट में तेज दर्द होने लगता है। निशा ने बताया कि कई बार परीक्षा के दौरान भी अचानक तेज दर्द हुआ। इसके बावजूद पढ़ाई के प्रति जज्बा कायम रहा। वह 12वीं की पढ़ाई गणित के साथ करना चाहती है, जिससे भविष्य में साफ्टवेयर इंजीनियर बनकर अपने सपनों को उड़ान दे सके। निशा के पिता एक बैंक में सुरक्षा गार्ड हैं।
वहीं एमिटी इंटरनेशन स्कूल में पढ़ने वाली दीप्ति कंसल को चार वर्ष पूर्व अचानक बुखार हुआ और लकवे की चपेट में आ गई। दीप्ति चौबीस घंटे बेड पर ही पड़ी रहती हैं। इसके बावजूद पढ़ाई के प्रति गजब का उत्साह है। दीप्ति के पिता संदीप कंसल का कहना है कि बेटी की पढ़ाई की लगन को देखते हुए प्रोत्साहित किया। परीक्षा में 10 सीजीपीए प्राप्त करने पर दीप्ति को स्कूल के शिक्षकों ने दीप्ति को बधाई दी। दीप्ति भविष्य में इंजीनियर बनना चाहती हैं।