हरनंदी और यमुना पर बनेंगे छह पुल
जागरण संवाददाता, नोएडा : नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच बेहतर कनेक्टिविटी देने के साथ नोएडा और ग्रे
जागरण संवाददाता, नोएडा :
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच बेहतर कनेक्टिविटी देने के साथ नोएडा और ग्रेटर नोएडा को फरीदाबाद से जोड़ने के लिए छह पुल बनाए जाएंगे। इनमें से चार पुल हरनंदी पर और दो यमुना पर बनाए जाएंगे। पुलों के निर्माण करने से पहले वहां के डूब क्षेत्र की जमीन का अधिग्रहण करने की तैयारी नोएडा प्राधिकरण ने कर ली है। इसके लिए मुआवजे की दरों को निर्धारित करने के बाद अब अधिगृहीत की जाने वाली भूमि को चिन्हित करने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा की सीमा हरनंदी से नापी जाती है। हरनंदी के एक तरफ नोएडा और दूसरी तरफ ग्रेटर नोएडा है। दोनों शहरों को बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए इस समय हरनंदी पर दो स्थानों पर पुल बने हुए हैं। अब हरनंदी पर चार और स्थानों पर पुल बनाए जाने की तैयारी की जा रही है। इससे नोएडा के ग्रेटर नोएडा के कई क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी मिल जाएगी। अब तक नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच का सफर करने के लिए तीन मार्ग हैं। इन तीन मार्गो के अलावा नोएडा से ग्रेटर नोएडा जाने का कोई और रास्ता नहीं है। आने वाले दिनों में नोएडा को ग्रेटर नोएडा से चार और स्थानों से जोड़ा जाएगा। इसके लिए हरनंदी पर चार पुलों का निर्माण होना है। वहीं फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद (एफएनजी) एक्सप्रेस-वे के जरिए नोएडा और फरीदाबाद को जोड़ा जाएगा। इसके लिए यमुना पर पुल का निर्माण किया जाना है। यमुना पर दूसरा पुल बनाकर ग्रेटर नोएडा को फरीदाबाद से जोड़ा जाएगा। पुलों के निर्माण के लिए प्राधिकरण को डूब क्षेत्र की जमीन की आवश्यकता है। जमीन के अधिग्रहण के लिए प्राधिकरण ने तैयारी कर ली है। मुआवजे की दरों के निर्धारण के बाद अब जमीन चिन्हित करने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
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हरनंदी और यमुना पर पुल बनाकर नोएडा और ग्रेटर नोएडा को आपस में अतिरिक्त संपर्क मार्ग दिए जाने के साथ दोनों शहरों को फरीदाबाद से भी जोड़ा जाएगा। इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को जल्द शुरू किया जाएगा। जमीन उपलब्ध होने के बाद पुलों के निर्माण की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा।
-रमा रमण, चेयरमैन प्राधिकरण।