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ढाई करोड़ के ठग को पुलिस ने छोड़ा

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : जनपद गौतमबुद्ध नगर में तेजी ठग गिरोह अपना पांव पसार रहा है। ग्रेटर न

By Edited By: Published: Sat, 23 May 2015 08:13 PM (IST)Updated: Sat, 23 May 2015 08:13 PM (IST)
ढाई करोड़ के ठग 
को पुलिस ने छोड़ा

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : जनपद गौतमबुद्ध नगर में तेजी ठग गिरोह अपना पांव पसार रहा है। ग्रेटर नोएडा के कासना कोतवाली में ढाई करोड़ रुपये से अधिक की ठगी का एक मामला शनिवार को सामने आया। इस मामले में पीड़ित लोगों ने ही आरोपी को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज करने से इन्कार कर आरोपी को छोड़ दिया। पुलिस के इस तरह के रवैये पर पीड़ितों ने नाराजगी जताते हुए पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की है। जुनैदपुर मडैया निवासी विजय, बादौली गांव निवासी भरत ¨सह, सफीपुर निवासी सुखवीर टाइगर व गामा दो सेक्टर निवासी जीतू गुर्जर समेत दस लोग वर्ष 2013 में गाजियाबाद घूमने गए थे। यहां दो व्यक्ति उनसे घुलमिल कर दोस्ती कर ली। दोनों आरोपियों ने खुद को धातु की मूर्ति बनाने वाली फैक्ट्री का मालिक बताया था। दोनों आरोपियों ने पीड़ितों को फैक्ट्री का टर्न ओवर करीब 600 करोड़ रुपये बता कर मुनाफे का दस फीसद हिस्सा देने की बात कह कर पैसे लगाने का झांसा दिया था। आरोपी के झांसे में आकर करीब दस लोगों ने ढाई करोड़ से अधिक की राशि आरोपी के बैंक खाते में जमा करा दिया। आरोपियों ने इंटरनेट आनलाइन अकाउंट भी दिखाया था। इसमें 3200 करोड़ रुपये मौजूद थे। पीड़ित विजय, सुखवीर, भरत व जीतू पैसे लगाने के लिए तैयार हो गए। इन लोगों ने ढाई करोड़ रूपये आरोपी के खाते में जमा करा दिए। करीब दस माह बीत जाने के बाद भी मुनाफे की कोई रकम अकाउंट नहीं आने पर पीड़ितों ने इसकी जांच शुरू की तो फैक्ट्री फर्जी निकली। इन्हें ठगी का अहसास हुआ। योजनाबद्ध तरीके से पीड़ितों ने कुछ और लोगों के फैक्ट्री में पैसा लगाने की बात कह कर आरोपी को ग्रेटर नोएडा बुला लिया। इसके बाद आरोपी को कासना पुलिस को सौंप कर पैसे दिलाने की मांग करने लगे। आरोपी ने अपने कुछ लोगों को फोन कर पैसे देने के लिए कहा। पीड़ितों का आरोप है कि पैसे आने के बजाय लखनऊ के कुछ मीडियाकर्मी व कुछ पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के फोन की घंटी थाना प्रभारी अनिल प्रताप ¨सह व प्रशिक्षु आइपीएस अनुराग वत्स के मोबाइल फोन पर बजने लगी। कासना पुलिस ने चंद मिनट में ही आरोपी को पीड़ितों के सामने ही छोड़ दिया। हालांकि जनपद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने मामला गाजियाबाद बता कर आरोपी को कविनगर थाना पुलिस को सौंप देने की बात कही है।

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आरोपी से पीड़ित की मुलाकात गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र में हुई थी। पुलिस ने आरोपी को कवि नगर पुलिस को सौंप दिया है। मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार करने की जिम्मेदारी गाजियाबाद पुलिस की बनती है।

संजय ¨सह, एसपी देहात


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