निकिता ने लगाया स्वर्ण पदकों का अर्ध शतक
जागरण संवाददाता, नोएडा : निकिता ने सातवीं कक्षा में स्केटिंग सीखना शुरू किया, तो उनके परिजन और को
जागरण संवाददाता, नोएडा :
निकिता ने सातवीं कक्षा में स्केटिंग सीखना शुरू किया, तो उनके परिजन और कोच को भी अंदाजा नहीं था कि वह दसवीं तक पहुंचते-पहुंचते स्वर्ण पदकों का अर्ध शतक लगा लेगी। वह भी उसने राष्ट्रीय सीबीएसई स्तर पर पदक अपने नाम किए हैं। फिलहाल निकिता का सपना है कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए स्केटिंग में खेले। विदेश में तिरंगा लहराकर गर्व से भारत का नाम रोशन कर सके।
निकिता भडाना अपनी मां रेनू और पिता राजीव भडाना के साथ गाजियाबाद के इंद्रापुरम में रहती हैं। वह कैंब्रिज स्कूल नोएडा में पढ़ती है। उन्होंने इसी वर्ष दसवीं की बोर्ड परीक्षा दी है। वह नोएडा स्टेडियम में कोच राजेश शैली की निगरानी में स्केटिंग की बारीकियां सीख रही हैं। निकिता स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय सीबीएसई स्तर पर स्केटिंग में पदकों का शतक लगा चुकी हैं। उन्होंने राष्ट्रीय सीबीएसई स्तर पर ही 46 स्वर्ण पदक अपने नाम दर्ज किए हैं। इसके अलावा स्थानीय और प्रदेश स्तर भी सैंकड़ों पदक जीते हैं। निकिता कहती हैं कि वह सातवीं में पढ़ती थी, तो कैंब्रिज स्कूल में स्केटिंग के बारे में जानकारी मिली। उसी वक्त उन्होंने ठान लिया कि अब तो स्केटिंग ¨रग पर फर्राटा भरना है। उसी दिन निकिता स्कूल से घर पहुंची और पापा से बोल दिया कि उसे स्केटिंग सीखना है। पिता राजीव ने बेटी की आंखों में खेल भावना देखी और उसे स्केटिंग में दाखिला दिलाने की हामी भर दी। उन्होंने गाजियाबाद में रहने के बावजूद बेहतर कोच से ट्रेनिंग दिलाने के लिए नोएडा स्टेडियम में दाखिला दिलाया। निकिता आजकल अपने कोच राजेश शैली से स्केटिंग सीख रही है।
बेटी ने सातवीं की पढ़ाई के दौरान स्केटिंग सीखने की इच्छा जताई, तो उसे नोएडा स्टेडियम में दाखिला दिला दिया। बेटी ने राष्ट्रीय सीबीएसई में अब तक 46 स्वर्ण पदक जीते हैं। वैसे तो पदकों का आंकड़ा सौ के पार है।
राजीव भडाना, स्केटर निकिता के पिता।
निकिता स्केटिंग सीखना शुरू किया, तो नहीं लगा था कि वह इतनी तेजी से पदकों की छड़ी लगा देगी। उसका स्केटिंग के प्रति लगाव और मेहनत करने की ललक उसे जीत दिला रही है। वह अभी और आगे जाएगी।
राजेश शैली, कोच, स्केटिंग, नोएडा स्टेडियम नोएडा।