Move to Jagran APP

ग्रेडिंग प्रणाली से टॉपर छात्रों को होगा नुकसान

जागरण संवाददाता, नोएडा : सरकारी से लेकर निजी विवि तक के छात्रों को परीक्षा पास करने के लिए अंकों

By Edited By: Published: Thu, 29 Jan 2015 10:03 PM (IST)Updated: Fri, 30 Jan 2015 06:10 AM (IST)
ग्रेडिंग प्रणाली से टॉपर छात्रों को होगा नुकसान

जागरण संवाददाता, नोएडा :

loksabha election banner

सरकारी से लेकर निजी विवि तक के छात्रों को परीक्षा पास करने के लिए अंकों की मारामारी नहीं करनी होगी। अब छात्रों को परीक्षा पास करने के लिए अंकों की जरूरत नहीं होगी। वह ग्रेडिंग प्रणाली से परीक्षा पास कर सकेंगे। ग्रेडिंग प्रणाली लागू होने से पढ़ाई में कमजोर और मध्यम छात्रों को लाभ होगा। मगर टॉपर छात्रों को नुकसान होगा। अभी तक टॉपर छात्रों को 100 फीसद अंक प्राप्त करने तक का मौका मिल सकता था, लेकिन अब वह चाहे जितना अच्छी कापी परीक्षा में लिख लें। फिलहाल वह छात्र 95 फीसद से अधिक अंक प्राप्त नहीं कर सकता है।

यूजीसी के कड़े रुख के चलते विवि की परीक्षा में अंक प्रणाली बंद करनी होगी। उन्हें परीक्षा में अंकों के स्थान पर ग्रेडिंग प्रणाली से फेल और पास किया जाएगा। इसके लिए आठ ग्रेड तय की गई हैं। आठ ग्रेड में से ए प्लस पाने वाला परीक्षा का टॉपर होगा। जबकि एफ ग्रेड पाने वाला फेल होगा।

इनमें ए प्लस ग्रेड उस छात्र को मिलेगी, जो परीक्षा में सबसे अधिक अंक पाएगा। इसके अलावा एफ ग्रेड पाने वाला छात्र सबसे कम अंकों की कतार में होगा। जबकि डी ग्रेड वाला छात्र सप्लीमेंटरी वाला छात्र होगा। हालांकि जिले में कई विश्वविद्यालय चल रहे हैं। इनमें एकलौता शारदा विवि था, जिसने यूजीसी के निर्देश और कड़े रुख से पहले ही ग्रेडिंग प्रणाली लागू कर दी थी। हालांकि जिले में अब जो कई विवि ग्रेडिंग लागू करने की तैयारी कर रहे हैं।

--शारदा विवि जिले का इकलौता संस्थान नहंी था, बल्कि यह दिल्ली एनसीआर का पहला विवि था, जिसने 2009 में परीक्षा में ग्रेडिंग प्रणाली लागू की थी। विवि में तभी से छात्र ग्रेडिंग प्रणाली से परीक्षा पास कर रहे हैं।

अजीत कुमार, डिप्टी रजिस्ट्रार, शारदा विवि, ग्रेटर नोएडा।

ये छात्रों को मिलेंगे ग्रेड :

श्रेणी ग्रेड

प्रथम ए प्लस व ए

द्वितीय बी प्लस व बी

तृतीय सी प्लस व सी

सप्लीमेंटरी डी

फेल एफ


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.