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ऊंचाहार एक्सप्रेस से मामूली रूप से टकराई मालगाड़ी

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से थोड़ा पहले कोटगांव फाटक पर खड़ी ऊंचाहार एक्स

By Edited By: Published: Mon, 26 Jan 2015 11:25 PM (IST)Updated: Tue, 27 Jan 2015 03:07 AM (IST)
ऊंचाहार एक्सप्रेस से मामूली रूप से टकराई मालगाड़ी

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद :

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गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से थोड़ा पहले कोटगांव फाटक पर खड़ी ऊंचाहार एक्सप्रेस से माल गाड़ी मामूली रूप से टकरा गई। मालगाड़ी की स्पीड कम थी, जिससे बड़ा हादसा टल गया। दुर्घटना के बाद रूट 45 मिनट बाधित रहा। जिसके चलते आम्रपाली एक्सप्रेस और शताब्दी एक्सप्रेस प्रभावित रहीं।

सिग्नल क्लीयर न होने के चलते सोमवार को ऊंचाहार एक्सप्रेस गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से थोड़ा पहले कोटगांव फाटक पर खड़ी थी। इसी दौरान शाम करीब चार बजे मेरठ की तरफ से आ रही माल गाड़ी कोटगांव फाटक पर पहले से खड़ी ऊंचाहार एक्सप्रेस से मामूली रूप से टकरा गई। ऊंचाहार एक्सप्रेस से माल गाड़ी टकराने की सूचना पाकर अफसरों के होश उड़ गए। आनन फानन में रेलवे अफसर मौके पर दौड़ पडे़। मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया तो मालगाड़ी के ऊंचाहार एक्सप्रेस को मामूली रूप से टकराने यानि सिर्फ छूने भर की पुष्टि हुई। इसके बाद उन्होंने राहत की सांस ली। मालगाड़ी के ड्राइवर का कहना है कि उसे सिग्नल क्लीयर मिला था। इसी कारण वह ट्रेन लेकर आग बढ़ा। वहीं ऊंचाहार एक्सप्रेस का ड्राइवर आगे से सिग्नल क्लीयर न मिलने के बात कह रहा था। अफसरों की मौजूदगी में ऊंचाहार एक्सप्रेस और माल गाड़ी के ड्राइवर के बीच लिखित में देने को लेकर कहासुनी होती रही। जिसके चलते रूट 45 मिनट तक बाधित रहा। 4.45 बजे ऊंचाहार एक्सप्रेस को आगे के लिए रवाना की गई। उसके बाद मालगाड़ी को भी रवाना कर दिया गया। मंडल यातायात प्रबंधक डीके चोपड़ा ने बताया कि मालगाड़ी के ऊंचाहार एक्सप्रेस को मामूली रूप से छूने की दुर्घटना में किसी तरह की कोई हताहत नहीं हुई है। ट्रैक या ट्रेन दोनों दुरुस्त हैं। हालांकि उन्होंने मामले की जांच की बात भी कही।

लापरवाही पड़ सकती थी भारी

सोमवार को ऊंचाहार एक्सप्रेस और मालगाड़ी के टकराने पर भले ही बड़ा हादसा होने से बच गया हो लेकिन लापरवाही वाकई बहुत बड़ी थी। रूट पर पहले से खड़ी ट्रेन पास होने से पहले उसी ट्रैक पर दूसरी ट्रेन को पास देना सिग्नल विभाग की गंभीर लापरवाही को उजागर करता है।


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