यमुना एक्सप्रेस-वे सुरक्षित सफर के लिए सतर्कता जरूरी
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : रविवार सुबह यमुना एक्सप्रेस-वे पर घने कोहरे की बिछी चादर ने यमुना प्
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : रविवार सुबह यमुना एक्सप्रेस-वे पर घने कोहरे की बिछी चादर ने यमुना प्रबंधन की नींद हराम कर दी। तड़के सुबह आनन फानन में एक्सप्रेस-वे के दोनों प्रवेश द्वार पर वाहनों को चंद समय के लिए रोक दिया गया। प्रवेश द्वार पर तैनात सुरक्षा कर्मियों ने चालकों को एक्सप्रेस-वे पर चलने से पहले एक दूसरे वाहनों से नियत दूरी बनाए रखने, वाहनों की रफ्तार धीमी रखने व सतर्क होकर वाहन चलाने की नसीहत दी। इसके बाद वाहन चालकों को एक्सप्रेस-वे पर चलने की अनुमति दी। इस काम में एक्सप्रेस-वे पर तैनात निजी सुरक्षा गार्ड के साथ पुलिस कर्मियों ने काफी सहयोग दिया।
24 दिसंबर की सुबह करीब साढ़े आठ बजे अचानक एक के बाद एक करीब 72 वाहन आपस में टकरा कर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए थे। यह दुर्घटना यमुना एक्सप्रेस-वे पर अब तक हुई दुर्घटनाओं में सबसे बड़ी थी। इस दुर्घटना में भेल (बीएचईएल) के दो अधिकारियों की मौत हो गई थी। जबकि कई लोग घायल हो गए थे। इस घटना से सहमे एक्सप्रेस-वे प्रबंधन ने रविवार सुबह कोहरे की आहट देखते ही सभी टोल प्लाजा व आगरा एवं ग्रेटर नोएडा जीरो प्वाइंट स्थित प्रवेश द्वार पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को सतर्क कर दिया। प्रवेश द्वार पर बैरिकेड लगा दिए गए। पुलिस व सुरक्षा गार्ड एक-एक वाहन चालकों को धीमे चलने, आगे चलने वाले वाहनों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी। हालांकि 24 दिसंबर की घटना के बाद एक्सप्रेस-वे पर सफर करने वाले लोग भी सावधान दिखाई दे रहे थे।
सुबह सात बजे से दस बजे तक जीरो प्वाइंट पर पुलिस व जेपी ग्रुप के सुरक्षा गार्ड ने मिल कर एक्सप्रेस-वे पर सफर करने वाले वाहन चालकों को संयमित गति से वाहन चलाने व इंडीकेटर के साथ लाइट जला कर चलने के लिए समझाया, ताकि लोग एक्सप्रेस-वे पर सुखद व सुरक्षित सफर कर सकें।
डा. ब्रजेश सिंह, एसपी देहात।