दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहुंचे ग्रेनो के किसान
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर ग्रेटर नोएडा के किसान रविवार शाम को
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा :
जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर ग्रेटर नोएडा के किसान रविवार शाम को दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंच गए। रात बिताने के बाद किसान सोमवार सुबह दस बजे प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि ग्रामीण विकास मंत्री के साथ उनकी वार्ता नहीं हुई तो वह जंतर-मंतर पर अनिश्चित कालानी धरना शुरू कर देंगे। किसान नए भूमि अधिग्रहण बिल में बदलाव कर विरोध कर रहे हैं। किसान चाहते हैं कि सभी जगहों पर जमीन का एक समान सर्किट रेट का छह गुना अधिक मुआवजा दिया जाए। किसानों ने शनिवार को चिटहैरा गांव में पंचायत की थी। इसके बाद किसानों ने दादरी जीटी रोड से दिल्ली के लिए कूच कर दिया था। सैकड़ों किसान पैदल चलकर शनिवार रात 11 बजे खोड़ा कालोनी पहुंचे। निर्णय लिया गया कि केंद्र सरकार यदि किसानों के हितों को नजरअंदाज कर नए भूमि अधिग्रहण बिल में बदलाव करती है तो उसका कड़ा विरोध होगा। शहरी व देहात क्षेत्र में सर्किल रेट के दो व चार गुने मुआवजे का प्रावधान समाप्त कर सभी जगह सर्किल रेट का छह गुना अधिक मुआवजा दिया जाना चाहिए। तभी किसान अपनी जमीन देंगे। अर्जित भूमि की एवज में 25 फीसद जमीन, विस्थापित किसानों के बच्चों को रोजगार, भूमिहीनों को आवासीय भूखंड देने की भी मांग ज्ञापन में शामिल की गई। किसान रविवार को पूर्वान्ह 11 बजे खोड़ा कालोनी से दिल्ली के लिए रवाना हुए। गाजीपुर से पहले दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर किसानों को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। आगे बढ़ने को लेकर किसानों की पुलिस के साथ बहस हुई। किसानों ने धक्का-मुक्की कर आगे बढ़ने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद आला अफसरों के निर्देश पर किसानों को आगे जाने दिया गया। शाम करीब साढ़े पांच बजे किसान दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंचे। इस मौके पर सरदार वीएम सिंह, सुनील फौजी, सुरेंद्र भाटी, सूबेदार उपेंद्र सिंह, सरदार भगतजी, विजय पाल भाटी, महेंद्र सिंह, महीपाल नागर, विजय भाटी आदि भी मौजूद रहे।