रात में भी शहर की निगरानी करेंगे कैमरे
लोकेश चौहान, नोएडा : अब तक शहर में लगे कैमरों के जरिये पुलिस सिर्फ दिन में शहर पर अपनी नजर बनाए र
लोकेश चौहान, नोएडा :
अब तक शहर में लगे कैमरों के जरिये पुलिस सिर्फ दिन में शहर पर अपनी नजर बनाए रखती है, लेकिन आने वाले कुछ दिनों में कैमरों के जरिये पुलिस की नजर रात में भी शहर पर बनी रहेगी। शहर में 4जी सेवा शुरू होने के साथ ही यह व्यवस्था भी लागू हो जाएगी। 4जी सेवा के लिए लगने वाले 150 टावरों पर नाइट विजन कैमरे लगाए जाएंगे, जिनके जरिये पुलिस रात में भी शहर में होने वाली घटनाओं पर नजर रख सकेगी।
शहर में करीब 110 स्थानों पर कैमरे लगे हुए हैं, लेकिन इनमें से कोई एक भी कैमरा ऐसा नहीं है, जो रात में काम कर सके। अब तक शहर में किसी भी स्थान पर पुलिस या प्रशासन द्वारा नाइट विजन कैमरा नहीं लगाया जा सका है। इसके कारण रात में होने वाली घटनाएं और इनमें शामिल होने वाले अपराधियों के बारे में पुलिस को कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाती है। फोर-जी सेवा को चालू करने के लिए शहर में 150 स्थानों पर टावर लगाए जाने हैं। इनमें से करीब 80 फीसद कार्य पूरा हो चुका है। 4जी सेवा शुरू करने का कार्य दिवाली के आसपास शुरू किया जाना था, लेकिन कुछ जगह लोगों के विरोध के चलते टावर की जगह को बदलना पड़ा है। शहर में लगाए जा रहे 150 टावर में से अधिक को मुख्य सड़कों के आसपास लगाया जा रहा है, जिससे लोगों को 4जी सेवा का भरपूर लाभ मिले और लोगों पर नजर रखने के लिए कैमरे भी बेहतर जगह लगाए जा सकें।
प्रत्येक पांच सौ मीटर पर होगा एक कैमरा
4जी सेवा उपलब्ध कराने के लिए लगाए जाने वाले टावरों की दूरी करीब पांच मीटर होगी। ऐसे में शहर में लगने वाले नाइट विजन कैमरे भी पांच सौ मीटर की दूरी पर होंगे। इससे शहर के बड़े हिस्से को 150 कैमरों के जरिये कवर किया जा सकेगा।
4जी सेवा के तहत जो टावर लगाए जा रहे हैं, उन सभी पर हाई रेजोल्यूशन और हाईजूम कैमरे भी लगाए जाएंगे। ये सभी कैमरे नाइट विजन वाले होंगे और रात में इनसे साफ तस्वीरें प्राप्त होंगी। शहर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में इन कैमरों का सहयोग महत्वपूर्ण होगा।
डॉ. प्रीतिंदर सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, गौतमबुद्ध नगर
क्या है 4जी
इंटरनेट की दुनिया में 4जी (फोर्थ जनरेशन) हाई स्पीड सेवा है। 3जी की तुलना में लगभग 13 गुना ज्यादा स्पीड से लोग इंटरनेट सेवा प्राप्त कर सकेंगे। स्पीड का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि तीन घंटे की फिल्म को डाउनलोड करने में पांच मिनट से भी कम का समय लगेगा।
4जी से एक गीगाबाइट तक की हाई स्पीड
अभी तक 3जी में बैंडविथ की समस्या आती है। दरअसल, ये केवल वाइड एरिया नेटवर्क (डब्ल्यूएएन) पर आधारित है। इससे 144 किलोबाइट प्रति सेकेंड से लेकर अधिकतम 2 मेगाबाइट प्रति सेकेंड स्पीड मिलती है। वहीं, 4जी आर्थोगोनल फ्रीक्वेंसी डिविजनल मल्टीप्लेक्सिंग, अल्ट्रा वाइड रेडियो बैंड (यूडब्ल्यूबी), मिलीमीटर वायरलेस और स्मार्ट एंटीना पर आधारित नेटवर्क है। इससे एक गीगाबाइट प्रति सेकेंड तक की स्पीड मिलेगी। जिससे टेली कांफ्रेंसिंग, इंटरनेंट, वीडियो डाउनलोडिंग, वॉयस व पेजिंग सर्विस हाई स्पीड के साथ कम खर्च में ही मिलेगी।