जलाकर मारे गए युवक के परिजनों की तलाश शुरू
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : आरटीआइ कार्यकर्ता चंद्रमोहन शर्मा द्वारा कार में जिंदा जलाकर मारे गए मानसिक रूप से बीमार युवक के विषय में पुलिस को अभी कोई ठोस जानकारी हाथ नहीं लग पाई है। हालांकि अंसल प्लाजा माल के आसपास जहां युवक घूमता रहता था, वहां से उसके संबंध में सुराग मिलने का पुलिस दावा कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि बुलंदशहर अथवा सहारनपुर जिले से युवक का संबंध हो सकता है।
उधर, दूसरे की चिता सजाकर अपनी मौत का नाटक करने वाले चंद्रमोहन की रिमांड भी सोमवार को समाप्त हो रही है। दोपहर 12 बजे के बाद पुलिस को उसे अदालत में पेश करना पड़ेगा। इसलिए रिमांड की अवधि खत्म होने से पूर्व पहले पुलिस इस मामले से जुड़े तमाम पहलुओं को खंगाल लेना चाहती है। चंद्रमोहन से पूछताछ के लिए कई टीमें बनाई गई हैं। लगातार यह टीमें उससे पूछताछ कर रही हैं। जांच में जुटे अधिकारियों के अनुसार अभी अहम जानकारियां जुटाना बाकी हैं। माना जा रहा है कि अदालत से उसे दोबारा रिमांड पर सौंपने की मांग भी पुलिस कर सकती है।
पुलिस की एक टीम अंसल प्लाजा मॉल के पास के दुकानदार व रेहड़ी ठेली लगाने वाले लोगों से भी मानसिक रूप से बीमार युवक के उसके परिजनों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। अंसल प्लाजा माल के आसपास ही उसका ठिकाना था। अभी पुलिस को यही पता लगा है कि वह युवक सहारनपुर अथवा बुलंदशहर का निवासी था। इसका पता लगाने के लिए पुलिस की दो टीमें इन जनपदों में भेजी गई हैं।
मानसिक रूप से बीमार युवक को देख जागी थी उम्मीद
पुलिस का कहना है कि आए दिन घर में कलह के कारण चंद्रमोहन शर्मा 1 मई की रात आत्महत्या करना चाहता था। लेकिन अंसल प्लाजा के समीप मानसिक रूप से बीमार युवक के अचानक कार के सामने आने पर चंद्रमोहन का दिमाग बदल गया। कार रोककर उसने युवक को अपने साथ बिठा लिया। जिसके बाद उसने अपने साले विदेस को फोन कर बुलाया था। पुलिस का कहना है कि कार में आग लगाने में विदेस साथ था। वारदात को अंजाम देकर चंद्रमोहन विदेस की मोटर साइकिल पर बैठ कर एच्छर मार्केट गया था। वहां से नालेज पार्क गया। इसके बाद विदेस ही उसे एक्सप्रेस वे पर एक वाहन में दिल्ली के लिए लिफ्ट दिलाकर वापस आया था।
साइबर कैफे से जानता था यहां की खबरें
पुलिस का कहना है कि चंद्रमोहन शर्मा ने पूछताछ में खुलासा किया कि बेंगलूर में उसे ग्रेटर नोएडा में उसको लेकर चल रही गतिविधियां की कोई जानकारी नहीं मिलती थी। जिसके कारण वह साइबर कैफे जाकर नेट पर स्थानीय समाचार पढ़ता था।
चंद्रमोहन द्वारा कार में जिंदा जलाए गए मानसिक रूप से बीमार युवक के बारे में पुलिस को सुराग हाथ लगे हैं। पुलिस की टीमें दो जिलों में उसके परिजनों को खोज रही हैं। चंद्रमोहन के साले विदेस के गिरफ्तारी के लिए भी तीन टीमें बनाई गई है। उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
डा. ब्रजेश सिंह, एसपी देहात।