नाबालिग चोर के इशारों पर नाची पुलिस
मनीष तिवारी, ग्रेटर नोएडा:
शातिर से शातिर बदमाशों से कुछ मिनटों में बड़े से बड़े राज उगलवाने वाली पुलिस को एक नाबालिग ने घंटो अपने इशारों पर नचाया। मामला सूरजपुर कोतवाली का है। चोरी के आरोप में पकड़े गए नाबालिग से उसके परिजनों का पता पूछने में पुलिस के पसीने छूट गए। नाबालिग कभी पुलिस को कहीं ले जाता तो कभी कहीं ले पहुंचता। यहां तक कि एक बार उसने पड़ोसी दंपति को ही माता पिता बता पुलिस को उलझा दिया। बारह वर्षीय बच्चे की बात मानकर पुलिस भी काफी देर तक पड़ोसी दंपति से पूछताछ करती रही। आखिरकार जब बच्चे के परिजनों का पता चल गया तब जाकर पुलिस ने उसे बाल सुधार गृह भेजकर राहत की सांस ली। इससे पहले भी एक नाबालिग ने पुलिस को खूब छकाया था।
सूरजपुर में बारह वर्षीय बच्चे को तीन दिन पूर्व एक कार से बैग चुराकर भागते पकड़ा गया था। कोतवाली लाकर पुलिस ने जब बच्चे से उसके परिजनों के विषय में पूछताछ की तो वह चुप हो गया। कम उम्र के कारण पुलिसकर्मी सख्ती भी नहीं कर सकते थे। लिहाजा प्यार दुलार से ही काम चलाया गया। पुलिसकर्मियों के बार बार पूछने पर बच्चा परिजनों के पास तक ले जाने के लिए तैयार हो गया। पुलिस की टीम उसे लेकर बताए स्थान पर पहुंची तो वह कोई मकान नहीं बल्कि खाली मैदान था। बच्चे की चालाकी देखकर पुलिसकर्मी हैरान रह गए। इसके बाद नाबालिग ने कुछ और स्थान बताए मगर वहां भी निराशा ही हाथ लगी।
कोतवाली लाने पर दोबारा पूछताछ हुई तो बच्चे ने एक दंपति का नाम बताते हुए उन्हें अपने माता पिता बताया। पुलिस टीम तत्काल उसके बताए स्थान पर जाकर पति पत्नी को कोतवाली ले आई। दंपति काफी डरे हुए थे। उन्होंने बताया कि उनके बच्चे घर पर हैं। पुलिस जब उन्हें बच्चे के पास ले गई तब भी उन्होंने कहा कि यह हमारा बेटा नहीं बल्कि पड़ोस में रहता है। मगर, अचानक बच्चा उनसे लिपटकर रोने लगा। उनसे खुद को घर ले चलने के लिए कहने लगा। दोनों का वह माता पिता कहकर ही संबोधित कर रहा था। इससे पुलिस को भी लगने लगा कि वहीं बच्चे के परिजन हैं। पुलिस से पीछा छुड़ाने के लिए वह उसको अपना बच्चा नहीं मान रहे। दंपति से फिर पूछताछ हुई लेकिन उनका साफ कहना था कि वह उनके पड़ोसी का बेटा है। पुलिस बुरी तरह से चकरा चुकी थी। सच्चाई का पता लगाने के लिए बच्चे को अलग लेकर जाने के बाद पुलिस ने उसके भाई बहनों का नाम पूछा तो उसने फटाफट दंपति के बच्चों के नाम बता दिए। यह सुनकर तो दंपति डर के मारे कांपने लगे। उन्होंने हाथ जोड़ते हुए पुलिस से एक बार उनके साथ चलने के लिए कहा। पुलिस तब दंपति के साथ उनके पड़ोसी के घर पहुंची तो पता चला कि उसक बारह वर्षीय पुत्र लापता है। तब जाकर पुलिसकर्मियों की सांस में सांस आई। तत्काल ही बच्चे के पिता को कोतवाली लाया गया तो उसने देखते ही बेटे को सीने से लगा लिया।
कागजी औपचारिकताएं पूरी कर पुलिस ने नाबालिग चोर को बाल सुधार गृह भेजकर अपना पीछा छुड़ाया। लगभग ऐसा ही एक मामला सूरजपुर पुलिस के साथ ही करीब एक माह पूर्व भी हो चुका है, जिसमें एक नाबालिग चोर ने खुद को अनाथ बताकर पुलिस को खूब छकाया था। जबकि उसके माता पिता जिंदा थे।