जेल में भी खुलापन महसूस कर रहे हैं कैदी
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- डासना जेल में बंद हैं क्षमता से अधिक कैदी
- करीब दो हजार कैदी होंगे गौतमबुद्ध नगर स्थानांतरित
रणजीत मिश्रा, ग्रेटर नोएडा : नव निर्मित जिला कारागार में बुधवार को लाए गए सभी कैदी नए कारागार की सुख-सुविधाओं को पाकर काफी खुश हैं। वह भीड़भाड़ वाले जेल से स्थानांतरित होने के बाद नए जेल में खुला-खुला महसूस कर रहे हैं। कारागार जेलर आर एस यादव ने बताया कि बुधवार को 71 कैदियों को गाजियाबाद के डासना जेल से यहां स्थानांतरित किया गया है। यहां पहले से सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं। बुधवार दोपहर का खाना वह डासना जेल से खाकर आए थे। रात के खाने में पूरी और आलू टमाटर की सब्जी दी गई। चूंकि जेल में पहला दिन था, इसलिए कैदियों को मिठाई भी खिलाई गई। कैदियों का पहला दिन अपने सामान को व्यवस्थित करने में अधिक बीता। कारागार नियम के मुताबिक उन्हें शाम छह बजे रात का भोजन कराने के बाद बैरक में बंद कर दिया गया था। बृहस्पतिवार को कैदियों ने पहली सूरज की किरण नई जेल में देखी। बैरक के बाहर काफी दूर तक खाली जमीन उन्हें गांव की खेत की याद दिला रही थी। सुबह नाश्ते में चना और गुड़ दिया गया। दोपहर के भोजन में रोटी, सब्जी, अरहड़ की दाल और चावल दिए गए।
नई जेल में थाली व बिस्तर भी नए
डासना जेल से स्थानांतरित होकर आए कैदियों को जिला कारागार काफी भा रहा है। यहां उन्हें नई थाली, नई दरी, कंबल सहित डासना के मुकाबले हर चीज नई मिली है। पुराने जेल के खटारा पंखे की बजाए आधुनिक स्तर के सुविधाओं का लुत्फ उठा रहे हैं। कैदियों के लिए 1428 दरी व नई कंबल की व्यवस्था पहले की जा चुकी थी, ताकि कैदियों को परेशानी न उठानी पड़े। जो कैदी अभी तक पुरानी दरी और कंबल के सहारे रात गुजारते थे, उन्हें नई दरी और कंबल पाकर अच्छी नींद आई।
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जिले से गिरफ्तार दस कैदी भी पहुंचे नई जेल
जिला न्यायालय से बुधवार को सात कैदी व बृहस्पतिवार को तीन कैदी आए हैं। पहला और दूसरा कैदी कासना कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पहले कैदी के रूप में रामवीर निवासी बोडाकी को लाया गया। वह जगतफार्म स्थित येलो चिली रेस्टोरेंट में शनिवार रात हुई इंजीनियर विवेक शर्मा के मामले में वांछित था। जबकि दूसरा आरोपी टीटू को दुराचार के आरोप में जेल भेजा गया।
डासना में हैं क्षमता से दोगुने कैदी
डासना जेल में करीब 1760 कैदियों को रखने की समुचित व्यवस्था है। इससे दोगुने 4802 कैदी इस समय बंद हैं। यहां से 1920 कैदी को गौतमबुद्ध नगर में स्थानांतरित किया जाना है। इसकी शुरूआत हो चुकी है। बुधवार को पहले चरण में 71 कैदी भेजे गए हैं। अन्य कैदी भी शीघ्र आएंगे।
-डा. वीरेश राज शर्मा, प्रभारी कारागार अधीक्षक, गौतमबुद्धनगर।