Move to Jagran APP

बैकलीज से प्राधिकरण को जमीन मिलने का रास्ता साफ

By Edited By: Published: Sun, 08 Sep 2013 06:33 PM (IST)Updated: Sun, 08 Sep 2013 06:34 PM (IST)

संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : किसानों के पक्ष में आबादी की बैकलीज (रजिस्ट्री) शुरू होने से प्राधिकरण को जमीन मिलने का रास्ता भी साफ हो गया है। किसान आबादी की बैकलीज न होने के कारण प्राधिकरण को अर्जित भूमि पर कब्जा नहीं लेने दे रहे थे। जब भी प्राधिकरण सेक्टरों का आंतरिक विकास कार्य शुरू कराता, तभी किसान विरोध-प्रदर्शन कर अड़ंगा लगा देते थे। यह स्थिति पिछले दो-ढाई वर्षो से बनी हुई है। इससे विकास एवं निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे थे। बिल्डर परियोजनाओं का निर्माण कार्य भी अधर में था। किसानों के साथ जमीन विवाद सुलझने से विकास रफ्तार पकड़ेगा और अधूरी परियोजनाएं पूरी होंगी।

loksabha election banner

दरअसल, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में पिछले ढाई वर्ष से जमीन अधिग्रहण का विवाद चल रहा है। इलाहबाद हाईकोर्ट ने किसानों की याचिकाओं पर उन्हें 64.7 फीसद अतिरिक्त मुआवजा देने का निर्देश दिया था। प्राधिकरण पचास फीसद किसानों को मुआवजा बांट भी चुका है। लेकिन आबादी अधिग्रहण विवाद के कारण स्थिति जस की तस बनी हुई थी। मामला सुलझता न देख प्राधिकरण को 39 गांवों में अभियान चलाकर आबादी के लंबित प्रकरण निस्तारित करने पड़े। आबादी को अब बैकलीज (रजिस्ट्री) के जरिए वापस किसानों के नाम किया जा रहा है। शनिवार को बिसरख गांव में करीब 40 किसानों को 80 हजार वर्ग मीटर आबादी की बैकलीज की गई। शेष किसानों को इस सप्ताह आबादी की बैकलीज कर दी जाएगी। प्राधिकरण द्वारा उठाए गए कदम से किसान खुश है। उनका कहना है कि अब वह विकास एवं निर्माण कार्यो में अड़ंगा नहीं लगाएंगे। आबादी के लिए उन्हें लंबा संघर्ष करना पड़ा।

अधूरी परियोजनाओं का शीघ्र शुरू होगा निर्माण

किसानों के विरोध के कारण प्राधिकरण ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर एक, दो तीन का आंतरिक विकास कार्य चालू नहीं करा पा रहा था। इन सेक्टरों में बिल्डर परियोजनाओं के साथ छह हजार से अधिक व्यक्तिगत आवासीय भूखंड व मकान भी है। सेक्टरों में आंतरिक सड़क, नाली, सीवर व बिजली लाइन न बनने से विकास कार्य अधर में था। इन सेक्टरों में प्राधिकरण को जमीन मिलने और आंतरिक विकास कार्य चालू कराने का रास्ता साफ हो गया है।

आबादी की बैकलीज का मामला लंबे समय से अटका पड़ा था। प्राधिकरण शीघ्र अन्य गांवों में भी आबादी की बैकलीज कराए। किसान विकास में अड़ंगा नहीं लगाएंगे। प्राधिकरण को भी किसानों के काम समय से करने होंगे।

मनवीर भाटी, प्रवक्ता किसान संघर्ष समिति

प्राधिकरण इस सप्ताह पतवाड़ी, साबेरी, रोजा याकूबपुर आदि पांच और गांवों में बैकलीज शुरू करेगा। इन गांवों के किसान प्राधिकरण से संपर्क की लीज प्लान प्राप्त कर सकते हैं। इसके बाद बैकलीज कर दी जाएगी।

हरीश कुमार वर्मा, एसीईओ, ग्रेटर नोएडा।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.