पेड़-पौधे जीवन रक्षक : ओमानंद
मोरना (मुजफ्फरनगर) : भागवतपीठ श्रीशुकदेव आश्रम शुक्रताल के पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंद सरस्वती ने
मोरना (मुजफ्फरनगर) : भागवतपीठ श्रीशुकदेव आश्रम शुक्रताल के पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंद सरस्वती ने कहा कि पेड़-पौधे मानव जीवन के रक्षक हैं। पर्यावरण में फैलते प्रदूषण से बचाव के लिए हर घर में एक पेड़ लगाएं।
भागवतपीठ श्रीशुकदेव आश्रम के निकट वन में स्वामी ओमानंद सरस्वती और डीएॅ़फओ सूरज प्रकाश ने पौधरोपण किया। श्री शुकदेव संस्कृत विद्यालय के ब्रह्मचारियों, आचार्यो और भागवत भक्तों के बीच स्वामी ओमानंदजी महाराज ने कहा कि पेड़-पौधों के अभाव में प्राणिमात्र के जीवन की कल्पना संभव नहीं है। भारत की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक, आर्थिक उन्नति में वृक्षो का अहम योगदान है। वृक्ष प्राणवायु ऑक्सीजन देते है। मानव जीवन के अस्तित्व में जल, जंगल और जीवों का संरक्षण, संवर्धन और रक्षा आवश्यक है। भारतीय संस्कृति में पेड़-पौधे पूजनीय हैं। वर्तमान में पर्यावरण की सुरक्षा एक बड़ी समस्या है। अधिक पौधरोपण और यज्ञ से प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी। डीएॅ़फओ सूरज प्रकाश ने कहा कि पेड़-पौधों की सुरक्षा करना सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। अंचल शास्त्री और शुक्रताल रेंजर सहित वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।