Move to Jagran APP

क्राइम ब्रांच के प्रभारी ने कराया मुकदमा दर्ज

मीरापुर (मुजफ्फरनगर) : नंगला खेपड़ के जंगल में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए 50 हजार के इनामी

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Aug 2017 02:42 AM (IST)Updated: Fri, 18 Aug 2017 02:42 AM (IST)
क्राइम ब्रांच के प्रभारी ने कराया मुकदमा दर्ज

मीरापुर (मुजफ्फरनगर) : नंगला खेपड़ के जंगल में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए 50 हजार के इनामी नितिन ठाकुर के मामले में क्राइम ब्रांच के प्रभारी ने मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने फरार बदमाश की तलाश में दो टीम गठित कर दी है।

loksabha election banner

बीते बुधवार सुबह पुलिस ने नंगला खेपड़ के जंगल में मुठभेड़ के दौरान 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश नितिन पुत्र चंद्रभान को ढेर कर दिया था, जबकि उसका साथी सोनू घायल होने के बाद फरार हो गया था। दोनों बदमाश नंगला खेपड़ गांव निवासी श्यामवीर की हत्या करने आए थे। श्यामबीर अपने भाई व पिता की हत्या के मामले की पैरवी कर रहे हैं।

मुठभेड़ की घटना गुरुवार को क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी रही। दिनभर लोग पुलिस की प्रशंसा करते नजर आए। उधर सीओ एसकेएस प्रताप ने बताया कि मामले में क्राइम ब्रांच के प्रभारी पवन कुमार ने मृतक नितिन व सोनू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। फरार सोनू पर हस्तिनापुर पुलिस द्वारा 20 हजार रुपये का इनाम घोषित है। जल्द ही सोनू पुलिस गिरफ्त में होगा।

सोनू की फरारी ने बढ़ाई ¨चता

सोनू की फरारी पर श्यामवीर के परिवार में ¨चता की लकीरें दिखाई दे रही हैं। उनका कहना है कि नितिन को बुलंदशहर से सोनू ही लेकर आया था और सोनू ही बच निकला। इससे उन्हें सोनू से खतरा बना हुआ है। हालांकि प्रशासन ने एक सुरक्षाकर्मी तैनात किया हुआ है।

पुलिस पर नितिन को दिल्ली से उठाने का आरोप

मुजफ्फरनगर : नितिन का एनकाउंटर होने के बाद उसके परिजन पोस्टमार्टम हाऊस पहुंच गए थे। नितिन के चाचा संजय चौहान का आरोप है कि पुलिस नितिन को दिल्ली के वजीराबाद क्षेत्र के एक गांव से उठाकर लाई थी। औरंगाबाद थानाक्षेत्र के एक गांव निवासी नितिन के एक परिचित ने पुलिस की मुखबिरी की थी। नितिन के चाचा संजय ने बताया कि मुखबिरी करने वाले युवक के एक रिश्तेदार ने उन्हें नितिन की गिरफ्तारी की सूचना दी थी। उन्होंने बुधवार कि सुबह के समय मानवाधिकार आयोग, मुख्यमंत्री कार्यालय व अन्य अधिकारियों को फैक्स किया था। फैक्स करने के कुछ देर बाद ही उन्हें नितिन के एनकाउंटर की सूचना मिली।

क्या है देरी से पोस्टमार्टम कराने की वजह?

परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने जान बूझकर नितिन का पोस्टमार्टम समय से नहीं कराया। लगभग 30 घंटे बीतने के बाद गुरुवार दो बजे के बाद नितिन का पोस्टमार्टम कराया गया। विशेषज्ञों की मानें तो जैसे-जैसे समय बीतता जाता है डेडबॉडी काली पड़ जाती है। इसके अलावा यदि गोली नजदीक से मारी जाती है तो घाव के पास एक स्पॉट बन जाता है जिसे ब्लैक¨नग कहते हैं। जितनी देर से डेडबॉडी का पोस्टमार्टम कराया जाएगा ब्लैक¨नग आने की संभावना कम होगी।

इनाम घोषित होने के बाद गांव नहीं आया था नितिन

मुजफ्फरनगर : परिजनों की मानें तो कथित मुठभेड़ में मारे गए नितिन पर दस दिन पूर्व ही 15 हजार का इनाम घोषित हुआ था। परिजनों को नितिन पर पचास हजार का इनाम घोषित होने की सूचना भी नहीं थी। नितिन के चाचा ने बताया कि जबसे उस पर 15 हजार का इनाम घोषित हुआ था। वह गांव नहीं आया था। नितिन के चाचा ने बताया कि मीडियाकर्मियों से नितिन पर पचास हजार के इनाम की जानकारी हुई।

सोनू से नहीं परिचय

पुलिस का दावा है कि नंगला खेपड़ में हुई मुठभेड़ में एक बदमाश सोनू फरार हो गया था। सोनू व नितिन हत्या के इरादे से गांव में पहुंचे थे, लेकिन नितिन के परिजनों का कहना है कि नितिन का सोनू से कोई परिचय नहीं था। उधर, नितिन के एनकाउंटर की खबर सुनकर उसकी मां को हार्ट अटैक पड़ गया था। बुलंदशहर के एक अस्पताल में उसका उपचार चल रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.