कस्तूरबा गाधी बालिका विद्यालय का सभी कर्मियों की संविदा समाप्त
खतौली : खतौली के चर्चित कस्तूरबा गाधी आवासीय बालिका विद्यालय के अल्पकालीन शिक्षिकाओं समेत सभी संविदा
खतौली : खतौली के चर्चित कस्तूरबा गाधी आवासीय बालिका विद्यालय के अल्पकालीन शिक्षिकाओं समेत सभी संविदाकर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गई है। उक्त लोग स्कूल की छात्राओं के कपड़े उतारने के मामले में दोषी पाए गए हैं। उनके स्थान पर आनन-फानन में दूसरे कर्मचारियों की तैनाती की गई।
याद रहे कि बीते 26 मार्च को कस्तूरबा गाधी आवासीय बालिका विद्यालय में कुछ शौचालयों में गंदगी होने व दीवारों पर गंदगी मिलने पर तत्कालीन वार्डन सुरेखा तोमर ने कुछ छात्राओं के कपड़े उतरवाकर चेकिंग की थी। इसके विरोध में 29 मार्च को अभिभावकों ने स्कूलों में पहुंचकर हंगामा किया था और अधिकारियों से इसकी शिकायत की थी। मामले के तूल पकड़ने पर बीएसए ने वार्डन डा. सुरेखा तोमर को बर्खास्त कर दिया था। उनके स्थान पर नीता चौधरी को वार्डन का चार्ज दिया गया था। मामले की शासन में गूंज होने पर इसकी जाच तत्कालीन डीएम दिनेश कुमार सिंह ने एसडीएम सदर रेनू सिंह को सौंपी थी। उधर, डा. सुरेखा ने उन्हें स्कूल की कुछ शिक्षिकाओं पर साजिश रचने का आरोप लगाते हुए उन्हें झूठा फंसाने की बात कही थी। एसडीएम रेनू सिंह ने जाच में पूरे स्टाफ को दोषी पाया। इस स्कूल में सभी शिक्षिकाएं व कर्मचारी संविदा पर तैनात किए जाते हैं। इन सभी की संविदा इसी माह समाप्त हो रही थी। इनकी संविदा का नवीनीकरण के लिए जब डीएम के पास फाइल भेजी गई तो उन्होंने जाच में दोषी पाये गए सभी कर्मचारियों को हटाने के आदेश दिए। इसपर बीएसए चंद्रकेश यादव ने स्कूल की वार्डन नीता चौधरी समेत पाच शिक्षिकाओं, एक एकाउंटेंट, दो रसोइया और एक चपरासी की संविदा समाप्त कर दी। उनके स्थान पर मुजफ्फरनगर, शाहपुर और बढ़ाना के कस्तूरबा गाधी आवासीय बालिका विद्यालय से तीन शिक्षिकाओं, तीन रसोइया और एक चपरासी की तैनाती कर दी गई।
कस्तूरबा गाधी बालिका आवासीय विद्यालय में छात्राओं के कपड़े उतरवाने के मामले में एसडीएम रेनू सिंह की जाच में स्कूल के समस्त स्टाफ को दोषी पाया गया है। डीएम के आदेश पर वार्डन समेत सभी नौ कर्मचारियों की संविदा समाप्त कर दी गई है। उनके स्थान पर अन्य स्टाफ तैनात कर दिया गया है। शीघ्र और स्टाफ तैनात किया जाएगा।
- दिनेश कुमार, एबीएसए खतौली।
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अभी तक पूरी नहीं हो पायी छात्राओं की संख्या
खतौली : कस्तूरबा गाधी आवासीय बालिका विद्यालय में छात्राओं के कपड़े उतरने के मामले के बाद स्कूल पर ऐसा बदनुमा दाग लगा कि घटना के बाद स्कूल खाली हो गया था। बीएसए चंद्रकेश यादव ने अभिभावकों को ऐसी घटना पुन: न होने का भरोसा दिलाकर बच्चों को वापस बुलाया था। जब यह घटना हुई थी उस समय स्कूल में 87 छात्राएं थीं, लेकिन तमाम प्रयास के बावजूद स्कूल में यह संख्या 80 तक नहीं पहुंच पाई। एबीएसए का कहना है कि स्टाफ बदलने के बाद यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है।