किसान के ऋण में बैंक का मिला खेल
खतौली : सोहजनी तगान गांव के किसान के कर्ज से परेशान होकर जहर खाकर आत्महत्या के प्रयास के मामले में म
खतौली : सोहजनी तगान गांव के किसान के कर्ज से परेशान होकर जहर खाकर आत्महत्या के प्रयास के मामले में मंगलवार को भाकियू ने तहसीलदार से ऋण से संबंधित दस्तावेजों की छानबीन कराई, जिससे गडबड़ी सामने आई। इस संबंध में जब तहसीलदार ने बैंक अधिकारी से पूछा वे जबाव नहीं दे सके। भाकियू ने मामले में कार्रवाई की मांग की।
मंसूरपुर क्षेत्र के सोहजनी तगान के किसान धन प्रकाश ने 14 जुलाई को बैंक के कर्ज से परेशान होकर जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। उसे मुजफ्फरनगर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया था। भाकियू जिलाध्यक्ष राजू अहलावत के नेतृत्व में हाईवे पर धरना दिया गया था। मंगलवार शाम एसडीएम कन्हेई ¨सह के आदेश पर तहसीलदार अमित कुमार ने बैंक अधिकारियों और भाकियू जिलाध्यक्ष राजू अहलावत, नगराध्यक्ष मनोज सहरावत, नीरज पहलवान, सुभाष व हरिओम से वार्ता की। किसान धन प्रकाश के लोन से संबंधित दस्तावेजों की पड़ताल की गई। दस्तावेजों में हेराफेरी मिली। फाइल में 12 साला व डीड नहीं मिली। इस दौरान पता चला कि धन प्रकाश ने पीएनबी बैंक से 2008 में ट्रैक्टर पर लोन लिया। 2012 में इलाहाबाद बैंक से ट्रैक्टर पर लोन किया, पर उसे ट्रैक्टर नहीं मिला। उसकी आरसी काट दी गई। वर्ष 2013 में इलाहबाद बैंक खतौली और एसबीआइ मंसूरपुर से क्रेडिट कार्ड पर लोन हुआ। तहसीलदार अमित कुमार का कहना है कि किसान की आरसी कटने के बाद भी बैंक ने लोन दिया। लोन के दस्तावेजों में गड़बड़ी है। बैंक के रिजनल मैनेजर व एलडीएम को कार्रवाई के लिए अवगत कराया जाएगा।
उधर, भाकियू के जिलाध्यक्ष राजू अहलावत ने कहा कि बैंक अधिकारी और दलाल मिलकर किसानों से लोन के नाम पर धोखाधड़ी कर रहे हैं। धन प्रकाश के नाम ट्रैक्टर का लोन कर दिया गया और उस तक ट्रैक्टर नहीं पहुंचा। कागजों पर उसके हस्ताक्षर भी नहीं मिले। ट्रैक्टर के लोन का नोटिस मिलने पर उसे लोन का पता चल सका। उन्होंने बैंक अधिकारियों व दलालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उधर, इलाहबाद बैंक के मैनेजर अमरीश कुमार का कहना है कि किसान को नियमानुसार लोन दिया गया। लोन जमा नहीं करने पर नोटिस भेजा गया था।