Move to Jagran APP

कांवड़ यात्रा से ठप हो गया कारोबार

मुजफ्फरनगर : कांवड़ यात्रा से कारोबार ठप हो गया है। शहर के दो हिस्सों में बंटने से कारोबार प्रभावित ह

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Jul 2017 12:31 AM (IST)Updated: Thu, 20 Jul 2017 12:31 AM (IST)
कांवड़ यात्रा से ठप हो गया कारोबार

मुजफ्फरनगर : कांवड़ यात्रा से कारोबार ठप हो गया है। शहर के दो हिस्सों में बंटने से कारोबार प्रभावित होने के साथ ही लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हो गई है। रास्ते बंद होने से मेरठ रोड उस पार रहने वाले लोगों को भीषण परेशानी सहनी पड़ रही। कहने को एक ओर से रास्ते खुले हैं, लेकिन शहर को जोड़ने वाली गलियां सील कर दी गई हैं, जिससे लोगों का आना-जाना पूरी तरह बंद हो गया है। जिला अस्पताल व मेरठ रोड की निजी अस्पताल पर जाना टेढ़ी खीर से कम नहीं है। शहर की नाकाबंदी होने से रोजाना 80 से 70 करोड़ रुपये का व्यापार प्रभावित हो रहा है।

loksabha election banner

कांवड़ यात्रा हर बार शहर के बीच से होकर जाती है। इन दौरान होने वाले नुकसान की व्यापारियों को आदत पड़ गई है। कांवड़ शुरू होते ही पुलिस-प्रशासन हर बार की तरह शहर को सील कर देता है। मेरठ रोड के उस पार रहने वाले व मेरठ रोड के इस पार रहने वालों के लिए कांवड़ यात्रा मुसीबत से कम नहीं होती है। शहर की मुख्य सड़क मेरठ रोड है। ऐसे में इस सड़क के बंद होने से शहर की यातायात व्यवस्था बुरी तरह चौपट हो जाती है। मेरठ व रुड़की रोड पर सरकारी कार्यालय होने के साथ बैंक, स्कूल कालेज व अन्य संस्थाएं हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान सभी घरों में कैद होने को मजबूर हो जाते हैं। मौजूदा समय में जिला अस्पताल तक जाना पहाड़ पार करने से कम नहीं है। पुलिस भले ही दावे करे कि एक ओर रास्ता खुला है, लेकिन अधिकांश लोगों को लौट दिया जाता है। दूसरी ओर मुख्य सड़क को जो़ड़ने वाली गली बंद कर दी गई है, जिससे आने-जाने में ही लोगों बाधा उत्पन्न हो रही है।

मरीजों को करनी पड़ रही मशक्कत

जिला अस्पताल तक जाने के लिए मरीजों को भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। रास्ते बंद होने से मौजूदा समय में चालू चौराहों पर दबाब बढ़ गया है। भोलों की सुरक्षा को लेकर पुलिस कोई नया कदम उठाने को तैयार नहीं है। ऐसे में जिला अस्पताल व मेरठ रोड की निजी अस्पताल जाने के लिए लोगों को एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ रहा है। जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या काफी घट गई है। ओपीडी में मरीज नहीं आ रहे हैं।

80 से 70 करोड़ का व्यापार प्रभावित

कांवड़ यात्रा में रोजाना 80 से 70 करोड़ का व्यापार प्रभावित हो रहा है। एसडी मार्केट, सदर बाजार कपड़े का हब है। यहां पर थोक व फुटकर कपड़ों की बिक्री होती है। तैयार कपड़े बाहर जाते हैं और बाहर से आते भी हैं, लेकिन इन दिनों कपड़ा बाजार से लेकर अन्य बाजारों में वीरानी छाई पड़ी है। बाजार से ग्राहक गायब हैं। दूसरी ओर, भगत ¨सह रोड पर कपड़े, कास्मेटिक व सर्राफा का बड़ा बाजार है। मेरठ रोड पर दाल मंडी व सब्जी मंडी भी है, लेकिन यहां पर व्यापार शून्य हो चुका है। ट्रांसपोर्टेशन ठप होने से नवीन मंडी स्थित सब्जी व फल मंडी भी प्रभावित है। ट्रांसपोर्टरों को भी भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। ट्रांसपोर्टनगर में सैकड़ों लोडेड ट्रक खड़े हैं इसके अलावा हाइवे पर भी बड़ी संख्या में ट्रक रुके हुए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.